बंद अकाउंट चालू करने का एप्लीकेशन कैसे लिखें?

अगर आपके बैंक अकाउंट से लगातार 2 साल तक कोई लेन-देन (Transaction) नहीं होता है, बैंक उस  अकाउंट को बंद (Dormant) कर देता है। उस अकाउंट से फिर न तो कोई पैसा निकलेगा और न ही कोई नई रकम जमा कर सकेंगे। उस अकाउंट को दोबारा चालू कराने के लिए आपको अपनी बैंक ब्रांच में जाकर अप्लीकेशन लिखकर देनी पड़ती है। इस लेख में हम जानेंगे कि बंद बैंक अकाउंट को चालू कराने के लिए अप्लीकेशन कैसे लिखें?

How to write application to activate Dormant or closed bank Account in Hindi.

बंद अकाउंट चालू कराने के लिए अप्लीकेशन कैसे लिखें? 

कुछ बैंकों में अकाउंट को दोबारा चालू करने के लिए,  सिर्फ अप्लीकेशन देने से काम चल जाता है, लेकिन, कुछ बैंकों में इस अप्लीकेशन के साथ-साथ KYC Documents (पहचान प्रमाण, पता प्रमाण वगैरह) भी जमा करने पड़ते हैं। यह अप्लीकेशन कैसे लिखा जाता है? नीचे हम लिखकर बता रहे हैं-


सेवा में,

शाखा प्रबंधक महोदय,
भारतीय स्टेट बैंक
जीटी रोड कानपुर ब्रांच


विषय: बंद अकाउंट को चालू कराने के संबंध में आवेदन


महोदय/महोदया

निवेदन है कि मेरा सेविंग बैंक अकाउंट की खाता संख्या (321XXXXXX56) है, जो कि आपकी ब्रांच में खुला हुआ था। लंबे समय तक लेन-देन न होने के कारण , उस अकाउंट को बंद (DORMANT) खाता की श्रेणी में डाल दिया गया है। जिसके कारण में अपने अकाउंट से पैसे निकालने या जमा करने में सक्षम नहीं हो पा रहा हूं।

आप से निवेदन है कि इसे यथाशीघ्र सक्रिय (Activate) करवा दें। इसके लिए आवश्यक केवाईसी दस्तावेज, आवेदन के साथ संलग्न हैं।


तारीख व स्थान का नाम दर्ज करें

सधन्यवाद

प्रार्थी
अपना नाम यहां लिखें
(अपने हस्ताक्षर भी करें)
खाता संख्या लिखें

ग्राहक संख्या यहां लिखें

नोट: यहां हमने जो अप्लीकेशन लिखा है, उसमें भारतीय स्टेट बैंक की कानपुर स्थित जीटी रोड ब्रांच को होम ब्रांच माना है। आपका अकाउंट जिस बैंक की जिस ब्रांच में मौजूद हो, आप उसका नाम डाल सकते हैं।

पासबुक और केवाईसी डॉक्यूमेंट्स भी साथ लेकर जाएं

अपने आवेदन के साथ,  bank account की पासबुक और केवाईसी दस्तावेज (पहचान व पता प्रमाणित करने वाले दस्तावेजों की अपने हस्ताक्षर से प्रमाणित की गई फोटोकॉपियां) भी जमा करना होगा। इसलिए, जब भी इस काम के लिए जाएं, अपने साथ Passbook, identity proof, address proof, photograph की फोटोकॉपी लेते जाएं।

फोटोकॉपी के साथ साथ मूल प्रतियां (original copies) भी साथ में रखें। क्योंकि ओरिजनल कॉपियों के साथ, फोटोकॉपियों का मिलान करने के बाद ही आपका अप्लीकेशन स्वीकार किया जाएगा।

बैंक में छपा-छपाया अप्लीकेशन फॉर्म भी मिल जाता है

कुछ बैंक खाता दोबारा चालू कराने का अप्लीकेशन, छपे-छपाए फॉर्म के रूप में रखे रहते हैं और ग्राहक को जरूरत पड़ने पर दे देते हैं। आपकी बैंक ब्रांच में अगर पहले से छपा-छपाया फॉर्म मिल जाए तो उसे भरकर अपने केवाईसी डॉक्यूमेंट्स (ID proof, Address proof) के साथ जमा कर दीजिए। 

अगर छपा-छपाया फॉर्म, उस बैंक ब्रांच में उपलब्ध नहीं है तो अकाउंट दोबारा चालू कराने के लिए अप्लीकेशन, एक सादे कागज पर हाथ से लिखकर जमा कर दीजिए, और मांगे गए डॉक्यूमेंट्स की फोटोकॉपियां भी साथ में लगाकर जमा करना पड़ता है।

क्या ऑनलाइन बैंक अकाउंट चालू करा सकते हैं?

अभी तक किसी भी बैंक ने बंद अकाउंट (Closed Acccount) को ऑनलाइन दोबारा चालू कराने की सुविधा शुरू नहीं की है। लंबे समय तक लेन-देन (Transaction) न होने के कारण या KYC (पहचान व पता संबंधी सत्यापन) पूरी न होने के कारण आपका Bank Account बंद हो गया है तो, उसे बैंक ब्रांच में जाकर ही चालू कराया जा सकता है। 

ऑनलाइन अकाउंट चालू कराने की सुविधा क्यों नहीं देते बैंक?

दरअसल, बैंक समय-समय पर यह सुनिश्चित कर लेना चाहता है कि उस खाते का असली मालिक (Accountholder) जीवित है कि नहीं। खाताधारक की बजाय, उसका कोई संबंधी या परिचित या अन्य कोई व्यक्ति उस अकाउंट का दुरुपयोग नहीं कर सके। इसीलिए बैंक कुछ वर्षों के अंतराल पर KYC update की प्रक्रिया भी अपनाते हैं।

यह ठीक उसी प्रकार होता है, ​जैसे कि खाता खुलवाते समय किया जाता है। अलग-अलग बैंक और ग्राहकों के साथ जुडे जोखिम के अनुसार यह अवधि अलग अलग हो सकती है।

  • ज्यादा जोखिम वाले ग्राहकों (high risk customers) का KYC सत्यापन  दो साल में एक बार हो जाना चाहिए।
  • मध्यम जोखिम वाले ग्राहकों (medium risk customers) के केवाईसी सत्यापन 8 साल के अंतराल में किया जाना चाहिए।
  • बहुत कम जोखिम वाले ग्राहकों (low risk customers) के KYC  सत्यापन हर 10 साल में एक बार हो जाना चाहिए।
  • अगर किसी बच्चे या नाबालिग (Miner) का अकाउंट खुलवाया गया होता है तो उसके वयस्क (Adult) होने पर, उसकी नई फोटो अकाउंट में लगवानी पडती है।

ये सारी कवायद इसलिए होती है कि खाता दोबारा चालू करने से पहले,पूरी तरह से यह ​सुनिश्चित किया जा सके कि खाला चालू कराने वाला व्यक्ति ही उस खाते का मालिक है। इनसे यह भी स्पष्ट होता है कि, ग्राहकों की जमाओं (Deposits) की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, बैंक अकाउंट को Online दोबारा चालू कराने की सुविधा नहीं दी गई है। 

ऑनलाइन खुलने वाले खातों के साथ प्रतिबंध | Restrictions

आनलाइन खोले गए Saving accounts के साथ कई तरह के  प्रतिबंध (restrictions) जुडे़ रहते हैं। जैसे कि-

  • साल भर में आप 1 लाख रुपए से ज्यादा का लेन-देन नहीं कर सकते।
  • किसी एक महीने में 10 हजार रुपए से ज्यादा निकाल नहीं सकते।
  • किसी एक समय पर आपके अकाउंट में 1 लाख रुपए से ज्यादा बैलेंस नहीं होना चाहिए।
  • ऐसे अकाउंट में विदेश से पैसा नहीं मंगवाया/ भेजा जा सकता।
  • अकाउंट खोलने के 1 साल के अंदर केवाईसी पूरी करवाना भी जरूरी होता है। ऐसा न कर पाने पर अकाउंट बंद हो जाएगा। 

बंद बैंक अकाउंट  के प्रकार और चालू कराने के तरीके

जब आपके Bank account से लेन-देन करने की सुविधा चालू रहती है, तब वह Active account के रूप में होता है। लंबे समय तक लेन-देन न होने पर यह अपने आप बंद हो जाता है। या फिर किसी कारण से ग्राहक की ओर से अनुरोध पर भी बंद किया जा सकता है। अलग अलग तरीके के बंद अकाउंट को दोबारा चालू करने के अलग अलग नियम हैं। इन आधारों पर बंद बैंक अकाउंट निम्नलिखित प्रकार के होते हैं—

Inactive acccount (निष्क्रिय खाता) को सक्रिय कैसे करें

अगर किसी बैंक खाते में, लगातार 12 महीने तक कोई लेन देन नहीं होता है। तो उसे निष्क्रिय खाता (inactive account) की श्रेणी में डाल दिया जाता है। बैंक आपको इस संबंध में सूचित करता है और एक्टिव कराने के लिए अनुरोध भेजता है।

Inactive Account से डेबिट कार्ड या Cheque book जारी नहीं करवा सकते। user ID और password की मदद से इंटरनेट बैंकिंग खोल तो पाएंगे, लेकिन उसकी मदद से किसी तरह का लेन देन या अनुरोध नहीं कर पाएंगे।

इसे अगले 1 साल के दौरान, यानी कि लगातार 2 साल बीतने के पहले, कोई लेन-देन (Transaction) करके दोबारा सक्रिय (Active) बनाया जा सकता है।  ये लेन-देन बैंक ​ब्रांच में, एटीएम मशीन में, चेक, ड्राफ्ट, इंटरनेट बैंकिंग, फोन बैंकिंग, यूपीआई वगैरह किसी से भी किया जा सकता है।

Dormant account (अस्थायी रूप से  बंद खाता) कैसे चालू कराएं

लगातार दो साल तक कोई लेन-देन (Transaction) नहीं होने पर, Inoperative या Dormant Account की श्रेणी में डाल दिया जाता है। ऐसे अकाउंट को दोबारा चालू कराने के लिए आपको बैंक शाखा में जाकर लिखित अप्लीकेशन देना पड़ता है। और, अपने KYC दस्तावेज जमा करने होते हैं। ध्यान रखें कि किसी inoperative account को चालू कराने के लिए, बैंक आपसे कोई शुल्क (charge) नहीं ले सकता। रिजर्व बैंक ने बैंकों को निर्देश जारी कर रखा है कि बैंक बैंक खातों से कोई शुल्क न काटा जाए।

Closed account ( संदिग्ध गतिविधियों के कारण बंद खाता) को चालू कैसे कराएं

ग्राहक की ओर से अनुरोध किए जाने पर जब किसी बैंक खाते की गतिविधियों पर रोक लगाई जाती है तो उसे Closed account की श्रेणी में रख दिया जाता है। खाताधारक की ओर से गैरकानूनी या अवैध लेन-देन की शिकायत पाए जाने पर बैंक की ओर से खुद भी, उसके अकाउंट को बंद किया जा सकता है। खाताधारक उस बैंक से अपना संबंध खत्म करने के लिए भी अपना खाता Closed करवा सकता है।

गैर कानूनी लेन-देन में शामिल बैंक खाते को Closed किए जाने पर, दोबारा चालू नहीं कराया जा सकता। हालांकि कानूनी रूप से जरूरत पड़ने पर, उस खाते के स्टेटमेंट (पिछले लेन-देन का विवरण) देखे जा सकते हैं और Document के रूप में प्राप्त किए जा सकते हैं। अन्य किसी कारण से खाता बंद कराने पर, दोबारा चालू कराने या नया अकाउंट खुलवाने के विकल्प होते हैं।

Unclaimed deposits | दावा रहित जमा

ऐसा बैंक अकाउंट, जिसमें पिछले 10 साल से कोई लेन-देन (Transaction) नहीं किया गया हो, उसे Unclaimed deposits की श्रेणी में डाल दिया जाता है।  खाताधारक की ओर से लिखित Application देने पर और केवाईसी (पहचान व पता सत्यापन) कराकर इसे दोबारा से चालू कराया जा सकता है।


तो दोस्तों ये थी बंद बैंक अकाउंट को चालू करने के लिए अप्लीकेशन लिखने के बारे में जानकारी। रुपयों-पैसे से जुड़ी अन्य उपयोगी जानकारियों के लिए देखें हमारे लेख-

3 thoughts on “बंद अकाउंट चालू करने का एप्लीकेशन कैसे लिखें?”

  1. Harendra Singh

    Mera Kotak Mahindra Bank Me Account Tha Use Mene Close Kara Diya Tha Abhi mujhe Bahi Account Bapas Open Karna h

  2. sir,
    mera SBI bank ki Account band ho gaya hai our pass book gum ho gai hai par bank ka Account Number yad hai to kya sir mera Account dubara open ho sakta hai us ke liye kya karna hoga

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