सरकारी योजना से अगर कोई बैंक चेक मिलता है, तो वह अकाउंटपेयी चेक के रूप में मिलता है। स्कूली बच्चों को स्कॉलरशिप का चेक जो मिलता है, वह भी अकाउंटपेयी चेक के रूप में मिलता है। कोई कंपनी या संस्था भी, अपने किसी मेंबर के नाम का फंड, अकाउंटपेयी चेक के माध्यम से देती हैं। प्रॉपर्टी संबंधी सौदों में भी अकाउंटपेयी चेक को प्राथमिकता दी जाती है।
इस लेख में हम बताएंगे कि अकाउंट पेयी चेक क्या होता है? इसे कैसे बनाया जाता है और यह क्रॉस चेक से अलग कैसे होता है? What is Account Payee Cheque in Hindi? What are the difference between Account payee check and Cross Check?
हेडलाइंस
अकाउंट पेयी चेक क्या होता है?
अकाउंट पेयी चेक में ऊपर की ओर बाईं साइड में दो समांतर लाइनें खिंची होती हैं, और उन दोनों समांतर लाइनों के बीच में “A/C payee only” लिखा होता है।
अकाउंट पेयी चेक से पैसा, सीधे उस व्यक्ति के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर होता है, जिसके नाम पर उस चेक को जारी किया गया है। किसी अन्य व्यक्ति के अकाउंट में उस चेक को नहीं जमा किया जा सकता। यानी कि किसी अन्य व्यक्ति को वह पैसा नहीं मिल सकता। अकाउंट पेयी चेक के बदले में, सीधे नकद (Cash) पैसा भी नहीं लिया जा सकता। आपको पहले उसे अपने बैंक अकाउंट में जमा करना होगा। एक बार बैंक अकाउंट में पैसे पहुंच जाने के बाद, उस अकाउंट का पैसा निकाला जा सकता है।
ये चेक इस उद्देश्य से जारी किये जाते हैं कि चेक की रकम सिर्फ उसी व्यक्ति को मिले, जिसके नाम चेक बनाया गया हो और चेक का दुरुपयोग नहीं हो।
अगर आपको A/c Payee Cheque मिला है तो इसे बैंक में जमा करके इसका पैसा आप सिर्फ अपने बैंक अकाउंट में जमा करा सकते हैं। न तो इससे आप डायरेक्ट नकदी ले सकते हैं और न हीं किसी अन्य व्यक्ति के अकाउंट में जमा करने के लिए अनुमोदित (Endorsed) कर सकते हैं।
अककाउंट पेयी चेक क्रॉस चेक से अलग कैसे होता है?
चेक के ऊपर बाईं साइड में खींची गई लाइनों के बीच अगर आप “A/C payee only” नहीं लिखते हैं तो फिर उसे अकाउंट पेयी चेक नहीं कहा जाएगा। उस चेक को सिर्फ क्रॉस चेक (crossed cheque) कहा जाएगा।
इसमें भी आपको बैंक काउंटर पर डायरेक्ट पैसा नहीं मिलता, बल्कि चेक जमा करने वाले के अकाउंट में पैसा जमा हो जाता है। लेकिन, इसमें यह सुविधा रहती है कि क्रॉस चेक को किसी और के अकाउंट में जमा करवाले के लिए सहमति या अनुमोदन (endorsement) कर सकते हैं।
अकाउंट पेयी चेक होने पर सहमति या अनुमोदन (endorsement) की सुविधा नहीं मिल सकती। सिर्फ उसी व्यक्ति के अकाउंट में पैसा जमा हो सकता है, जिसके नाम पहली बार चेक जारी किया गया था।
अकाउंट पेयी चेक कैसे बनाएं?
साधारण चेक को ही, उसके ऊपर दाहिने कोने में दो लाइनें खींचकर Account Payee Cheque बना दिया जाता है। Account Payee Cheque जारी करने की प्रक्रिया इस प्रकार है—
- चेक के बाएं कोने पर ऊपर दो समांतर तिरछी लाइनें खींच दें। उन दोनों लाइनों के बीच में Account Payee लिख दें।
- जिसके नाम पर वह पैसा जमा होना है, उसका नाम, Payee के आगे खाली जगह पर जगह पर लिख दें।
- Cheque में नाम या रकम के बाद खाली जगह नहीं छोड़नी चाहिए। बाद में बची बची जगह में, एक लंबी लाइन खींच दें, ताकि Cheque किसी अन्य के हाथ लगने पर उसका दुरुपयोग न हो सके।
- इसके बाद दी गई जगह पर पैसा जिस Account से कटना है उसका नंबर, चेक जारी करने करने वाले का नाम,, हस्ताक्षर वगैरह करना होता है।

क्या पैसा निकालने वाले का अकाउंट नंबर भी डाल सकते हैं?
Cheque जारी करने वाला चाहे तो Payee के नाम के साथ-साथ उसका Account Number भी दर्ज कर सकता है। लेकिन, इससे वह सिर्फ उसी Account में पैसा जमा करवा सकेगा, जिसका नंबर चेक में दर्ज है। अगर सिर्फ Payee का नाम लिखा होता है तो उस नाम वाले व्यक्ति के किसी भी Bank Account में रकम का भुगतान लिया जा सकता है।
अकाउंट पेयी चेक से पैसा कैसे निकालें?
अकाउंट पेयी चेक को जमा करने या भुनाने का तरीका साधारण चेक से थोड़ा अलग होता है। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार होती है—
- बैंक में पैसा या चेक जमा करने की पर्ची ले लीजिए। उसमें कुछ सूचनाएं दर्ज करनी होती हैं, जैसे कि
- पैसा पाने वाले का नाम, उसका अकाउंट नंबर, तारीख, अकाउंट से संबंधित ब्रांच का नाम।
- पैसा जिस बैंक की ब्रांच से जारी हुआ है उसका नाम।
- चेक का नंबर, मिलने वाली रकम की मात्रा
- जमा करने वाले का फोन नंबर
- चेक के पीछे, भी पैसा पाने वाले का नाम, उसका अकाउंट नंबर, अकाउंट से संबंधित ब्रांच, उसका IFSC कोड वगैरह लिख दें। अपना फोन नंबर भी दर्ज कर दें।
- जमा पर्ची के साथ, चेक या चेकों को नत्थी करके बैंक में जमा कर दीजिए। या ड्रॉप बॉक्स में डाल दीजिए।
- बैंक इस चेक को Clearing के लिए भेजेगा। 3 से 6 दिन के बाद उसका भुगतान आपके खाते में हो जाएगा।
बैंक चेक की endorsing क्या है? कैसे होती है?
चेक एंडोर्सिंग की मदद से ही अपको बैंक में किसी दूसरे के अकाउंट से पैसा निकालने के लिए अनुमोदित कर देते हैं या समर्थन दे देते हैं। उदाहरण के लिए, रमेश ने सुरेश को crossed cheque दिया। अब सुरेश उस चेक से पैसा डायरेक्ट नहीं निकाल सकता, बल्कि अपने नाम खुले बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करा सकता है। लेकिन, अगर अगर सुरेश चाहता है कि वह उस चेक का पैसा खुद के अकाउंट में न लेकर वैभव के अकाउंट में जाए तो वह उस चेक को वैभव के लिए endorse भी कर सकता है।
चेक के पीछे हस्ताक्षर करके वह अपने नाम के चेक का पैसा वैभव को निकालने का अधिकार दे सकता है। ऐसा करने पर वैभव उस चेक का पैसा अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा सकेगा।
अब अगर वैभव भी चाहता है कि उस चेक का पैसा किसी और को मिले तो वह भी अपने हस्ताक्षर की मदद से चेक को एंडोर्स कर सकता है। इस तरह से आगे भी cheque endorsement किया जा सकता है।
कभी-कभी क्रॉस चेक में, खींची गई समांतर लाइनों के बीच में कोई अन्य निर्देश भी लिख दिया जाता है। बैंक चेक के पीछे अपने हस्ताक्षर की मदद से आप चेक एंडोर्सिंग (“endorsing the check.”) की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
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चेक लेन-देन से संबंधित कुछ अन्य प्रचलित शब्द
चेक जारी करने से लेकर उसे भुनाने तक की प्रक्रिया में उपयोग होने वाले कुछ शब्दों का परिचय भी हम यहां दे रहे हैं—
Payee
पेयी वह व्यक्ति या संस्था होती है, जिसके अकाउंट में वह पैसा जमा होना है। उसका नाम चेक पर लिखा जाता है। उसके नाम पर खुले बैंक अकाउंट में ही उस पैसे का भुगतान हो सकेगा।
Bearer
बियरर, वह व्यक्ति होता है, चेक लेकर बैंक में जमा करने आया है। payee का नाम लिखने की की जगह के अंत में “OR BEARER” लिखा रहता है। चेक जारी करने में इस “OR BEARER” को काट देना चाहिए। वरना, चेक लेकर जमा करने वाला व्यक्ति भी वह रकम पाने का अधिकारी होता है।
Crossing of Cheque
किसी चेक को अकाउंट पेयी बनाने के लिए जो Crossing की जाती है, वह तीन तरह से हो सकती है—
- Crossed Cheque: चेक के ऊपर बाएं कोने पर दो समांतर तिरछी लाइनें खींच दें। इसे Crossed Cheque कहा जाएगा।
- Account Payee Cheque: चेक के ऊपर बाएं कोने में खींची गई तिरछी लाइनों के बीच में “Account Payee” लिख दें। इसे Account Payee Cheque कहा जाएगा।
- Non-negotiable Cheque: चेक के ऊपर बाएं कोने में खींची गई तिरछी लाइनों के बीच में “Not Negotiable” लिख दें। इसे Non-negotiable Cheque कहा जाएगा।
Endorsement
अगर चेक का payee वह बैंक जाने की स्थिति में न हो, तो वह किसी अन्य व्यक्ति को भी पैसा पाने के लिए अधिकृत कर सकता है। इस प्रक्रिया को cheque endorsement कहते हैं। ऐसे चेक को endorsed cheque कहते हैं।
इसके लिए payee को, चेक के पीछे साइन करके देना होता है। इसी साइन करके सहमति देने को endorsement कहते हैं। साइन करने वाले को endorser कहते हैं और जिसे चेक endorse किया गया है, उसे endorsee कहते हैं।
चेक इंडोर्समेंट तीन तरह से होता है
- blank Endorsement : जब payee चेक के पीछे सिर्फ अपने साइन करके दे देता है।
- full Endorsement: जब payee, चेक के पीछे, भुगतान पाने वाले का नाम भी लिख देता है और अपना साइन कर देता है।
- Restrictive endorsement: जब payee, चेक के पीछे भुगतान पाने वाले के नाम के साथ साथ कोई निर्देश भी लिख देता है और साइन कर देता है। जैसे कि ” Pay to कककक on his birth day”।
कैंसल चेक | Cancelled Cheque
कैंसल चेक (cancelled cheque), ऐसा चेक होता है, जिसमें पूरे चेक में दो तिरछी लाइन लाइनें खींचकर काट दिया जाता है और उनके बीच “cancelled” लिख दिया जाता है। चेक को cancelled या काटा इसलिए जाता है कि कोई उसका दुरुपयोग न कर सके।
यह सिर्फ इस बात का प्रमाण होता है कि उस बैंक में आपका अकाउंट है। जरूरत पड़ने पर उस Cancell check के आधार पर आपकी डिटेल (अकाउंट नंबर, आपका नाम, बैंक का नाम, बैंक शाखा का नाम, MICR code वगैरह।) जानी जा सकती है।इसके अलावा उस चेक पर कुछ लिखना या हस्ताक्षर (sign) नहीं करना चाहिए।
दो दोस्तों ये थी अकाउंटपेयी चेक के बारे में जरूरी जानकारी। बैंक अकाउंट और रुपयों-पैसों से जुड़ी अन्य उपयोगी जानकारियों के लिए देखें हमारे लेख-
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