कभी-कभी किसी दूसरे बैंक अकाउंट में ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करते समय, पैसा बीच में अटक जाता है। आपके अकाउंट से पैसा कट गया. लेकिन दूसरे अकाउंट में नहीं पहुंचा। वैसे तो अगले 2 से 4 दिन के अंदर वह पैसा आपके अकाउंट में वापस भी आ जाता है। अगर तब भी नहीं आता है तो आप उस बैंक के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके शिकायत कर सकते हैं। शिकायत दर्ज कराने के लिए आपको UTR नंबर की जरूरत पड़ी है।
अगर आपने NEFT के माध्यम से पैसा भेजा है तो आपको NEFT UTR नंबर की आवश्यकता पड़ती है। अगर आपने RTGS से पैसा ट्रांसफर किया है तो RTGS UTR नंबर की जरूरत पड़ती है।
इस लेख में हम जानेंगे कि NEFT UTR नंबर क्या होता है? हम अपने अकाउंट से हुए किसी लेन-देन का NEFT UTR कैसे चेक कर सकते हैं? साथ ही हम नेफ्ट यूटीआर नंबर के बारे में कुछ अन्य जरूरी जानकारियां भी साझा करेंगे।
नेफ्ट यूटीआर क्या होता है? What is NEFT UTR
- NEFT UTR का फुल फॉर्म होता है- Neft Unique Transaction Reference Number।
- इसका मतलब होता है-NEFT के माध्यम से हुए सौदे का विशिष्ट ट्रांजेक्शन नंबर। इसे अद्वितीय लेन-देन संदर्भ संख्या भी कह सकते हैं।
जब भी आप Net Banking की मदद से पैसा ट्रांसफर करते हैं तो वह या तो रिजर्व बैंक के पेमेंट ट्रांसफर सिस्टम से गुजरकर जाता है। यह सिस्टम दो तरह से काम करता है। 2 लाख रुपए से कम की रकम है तो वह NEFT (National Electronic Funds Transfer) के माध्यम से जाती है। NEFT से पैसा पहुंचने में आधा-एक घंटे का समय लग जाता है।
2 लाख रुपए से अधिक रकम अगर एक साथ भेजनी है तो RTGS (Real-Time Gross Settlement) के माध्यम से भेज सकते हैं। दोनों में से किसी भी तरीके से पैसा भेजने पर, हर लेन-देन (Transaction) का एक लेन-देन नंबर भी जारी होता है। उसे UTR नंबर (Uniquer Transaction Number) कहते हैं।
NEFT सिस्टम से होने वाले किसी लेन-देन के लिए जो UTR Number जारी होता है, उसे NEFT UTR नंबर कहते हैं। RTGS सिस्टम से किए गए किसी लेन-देन के लिए जो UTR Number जारी होता है, उसे RTGS UTR नंबर कहते हैं।
आप जब अपने bank Statement या मिनी स्टेटमेंट को देखेंगे तो को देखेंगे तो उनके सामने ही UTR नंबर भी दर्ज मिलते हैं। NEFT का यूटीआर नंबर जहां 16 अंकों का होता है, वहीं RTGS का यूटीआर नंबर 22 अंकों का होता है।
हर NEFT ट्रांजेक्शन के लिए जारी होता है 16 अंकों का यूटीआर नंबर
आप जब NEFT के माध्यम से किसी बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसा भेजते हैं तो उसका UTR नंबर जारी होता है। यह 16 अंकों का होता है। इन 16 अंकों में में निम्नलिखित सूचनाएं छिपी होती हैं—
- पहले 4 अंक: पैसा भेजने वाले बैंक के IFSC कोड को दर्शाते हैं
- अगला 1 अंक: लेन-देन में इस्तेमाल हुए सर्वर की जानकारी देता है
- अगले 2 अंक: जारी वर्ष के अंतिम दो अंक, जैसेकि 2020 के लिए 20
- अगले 3 अंक: जुलियन दिन संख्या होती है। यह जुलियन काल के प्रारंभ से अब तक के दिन का नंबर होता है।
- अंतिम 6 अंक: उस लेन-देन की क्रमसंख्या (sequence Number) को दर्शाते हैं।
यूटीआर नंबर का महत्व | Why UTR Number
इस यूटीआर नंबर की मदद से बाद में कभी उस लेन-देन संबंधी किसी प्रश्न (query) का समाधान पाया जा सकता है। कभी-कभी किसी Account में किया गया ट्रांसफर निर्धारित समय में पूरा नहीं हो पाता। यानी कि पैसा फंस जाता है।
ऐसी स्थिति में आप Bank Branch में या customer Care नंबर को उस ट्रांजेक्शन का UTR नंबर बताकर, वर्तमान स्थिति (Status) जान सकते हैं और उसका समाधान पा सकते हैं।
बैंक पासबुक में NEFT UTR नंबर कैसे देखें
आप अपने अकाउंट से जो भी लेन-देन करते हैं, वह आपकी पासबुक में, दर्ज हो जाता है। पासबुक के स्टेटमेंट में जब आप देखेंगे ताे हर लेन-देन के सामने उसकी तारीख और रिफरेंस नंबर भी दर्ज होते हैं। NEFT के माध्यम से हुए ट्रांजेक्शन्स के सामने उनका UTR नंबर भी दर्ज होता है।
नीचे हमने एक SBI Account की पासबुक में कुछ ट्रांजेक्शन्स के सामने दर्ज UTR number को लाल गोले से रेखांकित किया है। (स्क्रीनशॉट में देखें) ध्यान रखें, ये 16 अंकों का होता है और शुरू के 4 अक्षर IFSC कोड के होते हैं।
कस्टमर केयर से भी जान सकते है: आप बैंक के कस्टमर केयर नंबर पर फोन करके भी अपने ट्रांजेक्शन का UTR Number चेक कर सकते हैं।
ऑनलाइन NEFT UTR नंबर कैसे पता करें?
किसी Neft Transfer का यूटीआर नंबर जानने के लिए आपके सामने 2 तरीके होते हैं—
- नेटबैंकिंग पर लॉगिन करके
- मोबाइल एप के माध्यम से
नेटबैंकिंग की मदद से, अपने अकाउंट में लॉगिन करके, जब आप अपना Statement या mini statement देखेंगे तो हर ट्रांजेक्शन के सामने उससे संबंधित डिटेल्स दिखते हैं। इन्हीं डिटेल्स में जो सूचना Neft-शब्द से शुरू होती है उसमें उस बैंक के IFSC कोड से शुरू होने वाला नंबर उस ट्रांजेक्शन का नेफ्ट यूटीआर नंबर होगा।
कुछ बैंक इसे अपने स्टेटमेंट के डिस्क्रिप्शन कॉलम के अंदर देते हैं। कुछ बैंक इसे रिफरेंस नंबर कॉलम के तहत दर्ज करते हैं। नीचे हम Bank of Baroda के एक Neft UTR Number का स्क्रीन शॉट दे रहे हैं।
इसी तरह, HDFC Bank के एक अकाउंट से हुए Neft transaction के यूटीआर नंबर का स्क्रीनशॉट भी दे रहे हैं।
बैंक के App पर भी चेक कर सकते हैं UTR number
आजकल ज्यादातर बैंकों ने अपनेl APP जारी कर रखे हैं। आप अपने बैंक के मोबाइल एप को खोलकर उसमें स्टेटमेंट चेक करना होगा। लेन-देन के सामने आपके ट्रांजेक्शन का UTR Number मिल जाएगा।
NEFT और RTGS क्या होते हैं?
नेफ्ट और आरटीजीएस, दोनों नेटबैंकिंग के माध्यम से पैसा ट्रांसफर करने की तकनीकें हैं। NEFT से पैसा कम से कम आधा घंटे बाद पहुंचता है, जबकि RTGS से पैसा तुरंत ट्रांसफर होता है।
NEFT ट्रांजेक्शन
नेफ्ट का फुल फॉर्म होता है- National Electronic Funds Transfer। इससे एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैेक अकाउंट में ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर किया जा सकता है।
NEFT से हुए सारे लेन-देनों की सूचना पहले RBI के पास जाती है। RBI इन्हें सामूहिक रूप से, आधा-आधा घंटे के टाइम स्लॉटों में, निपटाता है। किसी एक Batch के पहले हुए सभी लेन-देनों का निपटारा एक साथ किया जाता है।
यही कारण है कि नेफ्ट से किए ट्रांसफर को पूरा होने में 1 से 2 घंटे तक का समय लग जाता है। पहले यह सिर्फ कार्यदिवसों (working days) में सुबह एक निश्चित समय पर शुरू होते थे और शाम को निश्चित समय पर बंद हो जाते थे। अब यह दिन के 24 घंटे होने लगे हैं। रविवार को और अवकाश के दिनों में भी।
RTGS ट्रांजेक्शन
आरटीजीएस का फुल फॉर्म होता है- Real Time Gross Settlement। नेटबैंकिंग के माध्यम से, तुरंत दूसरे खाते में, पैसे ट्रांसफर करने के लिए RTGS सिस्टम बनाया गया था। इसमें 2 लाख रुपए से कम की रकम नहीं भेजी जा सकती है।
NEFT में जहां, किसी टाइम स्लॉट के पहले हुए सारे सौदों का निपटारा, RBI की ओर से, एक साथ किया जाता है। वहीं RTGS में, हर सौदे के निपटारे पर अलग-अलग प्रक्रिया होती है। इसीलिए इसमें नेफ्ट की तरह समय नहीं लगता है।