बैंक लॉकर में आप अपने कीमती सामानों, व महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रख सकते हैं। जैसे कि बहुमूल्य जेवर व जवाहरात, शेयर व प्रॉपर्टी के कागजात वगैरह। ज्यादातर सरकारी और बड़े प्राइवेट बैंक, अपने ग्राहकों को बैंक लॉकर की सुविधा उपलब्ध कराते हैं। जैसे कि SBI, BOB, PNB, ICICI, HDFC, Axis Bank वगैरह।
इस लेख में हम बताएंगे कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में बैंक लॉकर कैसे खुलवा सकते हैं? क्या नियम और शर्तें है? कितना शुल्क लगता है वगैरह। इसके अलावा भी बैंक लॉकर के विषय में जरूरी जानकारियां साझा करेंगे।
How to open Bank locker in SBI. Benefits and Rules in Hindi?
कौन खोल सकता है बैंक में लॉकर: कोई भी व्यक्ति, अकेले या संयुक्त रूप से बैंक में, लॉकर खोल सकता है। इसके अलावा कोई फर्म, ट्रस्ट या HUF (Hindu Undivided Family) भी, बैंक में लॉकर खोल सकता है। वास्तव में, बैंक लॉकर ‘ पहले आओ, पहले पाओ (first-come, first-serve) की तर्ज पर मिलता है।
SBI में बैंक लॉकर कैसे खोलें?
- स्टेप 1: बैंक में खाली लॉकर की उपलब्धता चेक करें: सबसे पहले आपको यह पता करना होता है कि, बैंक की जिस शाखा में आप safe deposit locker खोलना चाहते हैं, वहां पर लॉकर खाली है कि नहीं। लॉकर की उपलब्धता ऑनलाइन चेक करने की जानकारी हमने अगले पैराग्राफ में दी है।
- स्टेप 2: अपने KYC डॉक्यूमेंट्स व रजिस्ट्रेशन शुल्क लेकर बैंक ब्रांच में जाएं: इसके बाद आपको अपने पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ और KYC documents (पहचान और पता संबंधी दस्तावेज) के साथ बैंक की शाखा पर जाना होगा। आवश्यक KYC documents के बारे में जानकारी भी हमनें नीचे के पैराग्राफ में अलग से दी है। साथ में रजिस्ट्रेशन शुल्क भी साथ लेकर जाएं।
- स्टेप 3: बैंक लॉकर के लिए अप्लीकेशन फॉर्म लेकर भर दें: बैंक ब्रांच में जाकर आपको लॉकर खोलने के लिए आवेदन फॉर्म फरना होगा। फॉर्म के साथ अपनी पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ और KYC documents की फोटोकॉपी लगाकर बैंक अधिकारी के पास जमा कर दीजिए। लॉकर के आवेदन फॉर्म के साथ आपको, अपने लॉकर का नोमिनी फॉर्म भी जमा करना होगा।
- नोमिनी वह व्यक्ति होता है, जिसे खाताधारक का मृत्यु होने पर या पूरी तरह से अपंग होने पर, लॉकर खोलने और उसमें रखे सामान को पाने का अधिकार होता है। एक लॉकर के लिए सिर्फ एक व्यक्ति को नोमिनी बनाया जा सकता है। नोमिनी का नाम बाद में जरूरत समझने पर बदला भी जा सकता है।
- स्टेप 4: एग्रीमेंट के लिए Memorandum of Letting पर हस्ताक्षर करके सहमति दें: आपका आवेदन फॉर्म सही पाए जाने पर, बैंक और आपके बीच एक agreement (करारनामा) पर भी हस्ताक्षर होंगे। इसे ‘Memorandum of Letting कहा जाता है। इसमें बैंक का लॉकर इस्तेमाल करने संबंधी नियम और शर्तें होंगी, जिन्हें आपको सहमति देनी होती है। अगर कई लोग मिलकर एकसाथ लॉकर खुलवा रहे हैं तो सबको इस पर हस्ताक्षर करने पड़ते हैं।
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FD अकाउंट भी खोलना पड़ सकता है: बैंक, की ओर से आपको एफडी अकाउंट (fixed deposit account) खोलने को कहा जा सकता है, ताकि जरूरत पड़ने पर आपके लॉकर का किराया या अन्य किसी प्रकार का जरूरी शुल्क काटा जा सके।
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- स्टेप 5: फॉर्म व डॉक्यूमेंट जमा करके अपने लॉकर की चाभी प्राप्त करें: अधिकारी आपका फॉर्म चेक करेंगे और अन्य जरूरी प्रक्रियाएं पूरी करके आपको safe deposit locker आवंटित कर देंगे। आपको उस लॉकर की चाभी दे दी जाएगी। ध्यान रखें कि
- किसी भी लॉकर को खोलने के लिए, 2 चाभियां होती हैं। इन चाभियों पर बैंक की ओर से एक पहचान कोड (identification code) दर्ज होता है। एक चाभी बैंक के पास रहती है, जबकि दूसरी चाभी ग्राहक (customer) के पास रहती है। जब तक दोनों चाभियां एक साथ उपलब्ध नहीं होंगी, लॉकर को खोला नहीं जा सकता।
ध्यान दें: नियमों के मुताबिक कोई भी व्यक्ति, किसी भी बैंक में, लॉकर खोल सकता है, लेकिन वास्तविकता में बैंक उन लोगों का खाता खोलने की प्राथमिकता देते हैं, जिनका खाता पहले से उस ब्रांच में खुला हुआ है। इसलिए आप को भी पहले उसी बैंक में लॉकर खुलवाने की कोशिश करनी चाहिए, जहां पर आपका पहले से कोई अकाउंट (Saving/Current) चल रहा हो।
ऑनलाइन कैसे चेक करें लॉकर की उपलब्धता?
SBI में लॉकर की उपलब्धता चेक करने के लिए जरूरी नहीं है कि आपका अकाउंट वहां पहले से खुला हो या आपके पास नेटबैंकिंग की सुविधा मौजूद हो। इनके बिना भी आप SBI की वेबसाइट पर जाकर, लॉकर की उपलब्धता चेक कर सकते हैं। इसका तरीका इस प्रकार है-
- एसबीआई की वेबसाइट पर इस लिंक को खोलिए-https://retail.onlinesbi.com/preretail/prelogineLockerInitial.htm
- आपके सामने एक छोटा सा फॉर्म खुलता है, जिसमें कुछ जानकारियां भरनी हैं —
- राज्य का नाम
- जिले का नाम
- पिन कोड नंबर
- कैप्चा कोड
- अंत में, Confirm के बटन पर क्लिक कर दीजिए
- आपके सामने, उस पिनकोड वाले एरिया में मौजूद सारी शाखाओं के नाम और उनके ब्रांचकोड दिखने लगेंगे।
- आप जिस भी ब्रांचकोड पर क्लिक करेंगे, उस शाखा में मौजूद लॉकर की लिस्ट सामने आ जाएगी। (नीचे स्क्रीनशॉट में देखें)
नेटबैंकिंग से भी चेक कर सकते हैं लॉकर की उपलब्धता
अगर आपके पास SBI का अकाउंट है और आप Netbanking का इस्तेमाल करते हैं तो, आप अपने अकाउंट में लॉगिन करके भी लॉकर की उपलब्धता चेक कर सकते हैं। इसका तरीका इस प्रकार है-
- SBI की वेबसाइट पर नेटबैंकिंग पेज पर जाइए। इसका लिंक इस प्रकार है- https://retail.onlinesbi.com/retail/login.htm
- अपना यूजरनेम, पासवर्ड डालकर लॉगिन करिए।
- ऊपर की पट्टी में e-Services के बटन पर क्लिक करिए।
- आपके सामने कई सेवाओं की लिस्ट खुलेगी, उसमें से Online Locker पर क्लिक कर दीजिए।
- अब अपने state, district और pin code सेलेक्ट करके Confirm के बटन पर क्लिक कर दीजिए।
- आपके सामने, उस पिनकोड वाले एरिया में मौजूद सारी शाखाओं के नाम और उनके ब्रांचकोड दिखने लगेंगे।
- आप जिस भी ब्रांचकोड पर क्लिक करेंगे, उस शाखा में मौजूद लॉकर की लिस्ट सामने आ जाएगी।
एसबीआई लॉकर के लिए किराया/शुल्क कितना लगता है?
किसी भी बैंक का लॉकर इस्तेमाल करने के लिए आपको 3 तरह के शुल्क चुकाने पड़ते हैं-
- रजिस्ट्रेशन शुल्क
- सालाना किराया
- लॉकर देखने का शुल्क
यहां हम, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में बैंक लॉकर के लिए, लगने वाले तीनों प्रकार के शुल्कों का का विवरण दे रहे हैं।
रजिस्ट्रेशन शुल्क | SBI One-time locker registration charge
स्टेट बैंक में. अपने नाम बैंक लॉकर लेने के लिए आपको, इसका रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है। आपको सिर्फ एक बार यह शुल्क चुकाना पड़ेगा। लॉकर के साइज के हिसाब से, इसका शुल्क इस प्रकार लगता है-
- छोटे (small) साइज के लॉकर के लिए- 500 रुपए+GST
- मध्यम (Medium) साइज के लॉकर के लिए-500 रुपए+GST
- बड़े (Large) साइज के लॉकर के लिए-1000 रुपए+GST
- अतिरिक्त बड़े (Extra Large) साइज के लॉकर के लिए-1000 रुपए+GST
सालाना किराया | SBI’s annual locker rental charges
किसी बैंक के लॉकर के लिए आपको कितना किराया चुकाना पड़ेगा, यह उस बैंक शाखा के इलाका और लॉकर के साइज पर निर्भर करता है। शहरी इलाकों में स्थित बैंक की ब्रांचों में, लॉकर का किराया ज्यादा होता है, जबकि ग्रामीण इलाकों की बैंक शाखाओं में कम। इसी तरह बड़े साइज के लॉकर का किराया ज्यादा होता है, जबकि छोटे साइज के लॉकर का कम। यहां हम, SBI के लॉकर का सालाना किराया की लिस्ट दे रहे हैं-
छोटे साइज का लॉकर (Small Locker) |
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मध्यम साइज का लॉकर (Medium Locker) |
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बड़े साइज का लॉकर (Large Locker} |
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अतिरिक्त बड़े साइज का लॉकर (Extra-Large Locker) |
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लॉकर खोलने का शुल्क | SBI Locker visit charges
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में, हर साल 12 बार लॉकर खोलने की सुविधा निशुल्क (Free of Cost) होती है। इससे ज्यादा बार पर, आपको हर बार के लिए 100 रुपए+GST, अलग से चुकाना पड़ेगा।
लॉकर तोड़ने का शुल्क | Charge for breaking open of Locker
एसबीआई में खुले चाभी खोने पर या लॉकर का किराया भुगतान न करने के कारण अगर किसी बैंक लॉकर को तोड़ने की जरूरत पड़ती है तो फिर उसके लिए, ₹1000/- + GST का शुल्क अलग से चुकाना पड़ता है।
बैंक लॉकर खोलने के लिए आवश्यक Documents
- पहचान व पता संबंधी प्रमाण: अकाउंट खोलने की तरह ही, बैंक लॉकर खोलने के लिए भी पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ्स और KYC documents (पहचान प्रमाण और पता प्रमाण के दस्तावेज) की जरूरत होती है। अगर आपके पास आधार कार्ड है तो KYC प्रक्रिया बहुत आसान हो जाती है। क्योंकि यह आपके आपकी पहचान सत्यापन (Identity verification) और पता सत्यापन (Address Verification) दोनों में काम आ जाता है।
- सेविंग या करंट अकाउंट : आप जिस भी बैंक में खाता खुलवाना चाहते हैं, वहां आपको पहले एक savings account (बचत खाता) या/current account (चालू खाता) खुलवाना होगा। आवेदक को उस अकाउंट के लिए standing instruction (स्थायी अनुदेश) में यह लिखकर देना पड़ेगा कि बैंक, लॉकर का किराया उसमें से काट लिया जाए।
- पैन कार्ड: अब किसी भी तरह के बैंकिंग अकाउंट या महत्वपूर्ण वित्तीय लेन-देन के लिए PAN कार्ड डिटेल देना अनिवार्य हो चुका है। विशेषकर, नई जगह पर लॉकर खोलने पर आपको पूरी केवाईसी प्रक्रिया (पहचान और पते का सत्यापन) नए सिरे से करनी होगी। इसके लिए Aadhaar Card और Pan CARD की मुख्य रूप से जरूरत होगी।
Note: अगर आपका खाता उस बैंक में, पहले से नहीं खुला है तो फिर आपको उस पूरे वित्तीय वर्ष का लॉकर का किराया पहले ही एक साथ चुकाना पड़ेगा। बैंक आपसे ऐसा fixed deposit account खोलने को कह सकता है, जिससे कि जरूरत पड़ने पर, अगले 3 साल का किराया निकाला जा सके।