डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बैंकों से नकदी निकालने (Cash Withdrawal) की सीमा कम कर दी है। बैंकों के ATM से भी नकदी निकालने की सीमा होती है। हर बैंक अपने-अपने ATM पर पैसे निकालने की लिमिट तय करता है। बैंक अकाउंट और एटीएम कार्ड की कैटेगरी के हिसाब से भी यह अलग-अलग होती है।
इस लेख में हम जानेंगे कि बैंक से और ATM से एक दिन में कितना पैसा निकल सकते हैं? इसके बाद यह भी जानेंगे कि ATM से एक बार में कितना पैसा निकाल सकते हैं। फिर यह भी जानेंगे कि बैंक से एक महीने में कितनी बार पैसे निकाल सकते हैं?
Cash Withdrawal limit from Banks and ATM.
ATM से एक दिन में कितना पैसा निकाल सकते हैं?
सामान्य रूप से बैंकों के ATM से एक बार में 10 हजार रुपए तक निकाल सकते हैं लेकिन कुछ बैंक अपने ATM पर, एक बार में 15 या 20 हजार रुपए की सीमा भी रखते हैं। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अपने कस्टमर्स को 7 तरह के ATM कार्ड जारी करता है। हर कार्ड की कैटेगर के हिसाब से रोजाना 20 हजार से 1 लाख रुपए तक निकालने की छूट होती है। नीचे दी गई तालिका में आप इन्हें देख सकते हैं-
SBI की ओर से जारी एटीएम/डेबिट कार्ड का प्रकार | पैसा निकालने की सीमा (प्रतिदिन रुपयों में) |
क्लासिक एंड माइस्त्रो डेबिट कार्ड | 20 हजार |
ग्लोबल इंटरनेशनल डेबिट कार्ड | 40 हजार |
गोल्ड इंटरनेशनल डेबिट कार्ड | 50 हजार |
प्लेटिनम इंटरनेशनल डेबिट कार्ड | 1 लाख |
इन टच टैप एंड गो डेबिट कार्ड | 40 हजार |
मुंबई मेट्रो कॉम्बो कार्ड | 40 हजार |
माई कार्ड इंटरनेशनल डेबिट कार्ड | 40 हजार |
SBI ATM से 10 हजार रुपये से ज्यादा निकालने पर OTP सत्यापन अनिवार्य
एसबीआई खाताधारकों के लिए, ATM से 10 हजार रुपए से ज्यादा निकालने पर OTP सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। यह OTP नंबर आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आएगा। उस OTP नंबर और एटीएम पिन, डालने पर ही वह लेन-देन (Transacton) Complete हो सकेगा। लेकिन, यह प्रतिबंध सिर्फ SBI के ATM पर ही लागू होगा, अन्य बैंकों के एटीएम पर नहीं।
ATM से एक महीने में कितनी बार पैसे निकाल सकते हैं
जिस बैंक में आपका अकाउंट है, उस बैंक के ATM से आप हर महीने 5 बार निशुल्क पैसे निकाल सकते हैं। छोटे शहरों (Non Metro Cities) के ग्राहकों को किसी दूसरे बैंकों के ATM से भी एक महीने में 5 बार तक निशुल्क पैसे निकालने की अनुमति होती है। बड़े शहरों (Metro Cities) के ग्राहकों को किसी दूसरे बैंक के ATM से सिर्फ 3 बार निशुल्क पैसे निकालने की अनुमति होती है। भारत में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बंगलुरू, हैदराबाद को मेट्रो शहरों की श्रेणी में रखा गया है। SBI, PNB, HDFC के एटीएम पर पैसे निकालने की यही लिमिट है।
कुछ बैंक अपने ग्राहकों को ATM लिमिट बढ़वाने की सुविधा देते हैं
कुछ बैंक अपने ग्राहकों को ATM से पैसा निकालने की लिमिट खुद तय (set) करने की छूट देते हैं। भारतीय स्टेट बैंक और ICICI भी अपने खाताधारकों को यह सुविधा देते हैं। यह काम दो तरह से किया जा सकता है-
- नेट बैंकिंग से अपने अकाउंट में लॉग-इन करके आप अपने ATM कार्ड से पैसे निकालने की लिमिट सेट कर सकते हैं। नेबैंकिंग में लॉगिन करने पर, e-Services टैब के तहत ATM Card Services में आपको इसका विकल्प मिलता है।
- कुछ बैंक, अपने कस्टमर केयर नंबर की मदद से भी पैसा निकालने की लिमिट बढ़वाने की सुविधा देते हैं। लेकिन, यह सुविधा अस्थाय़ी (temporary) यानी कि कुछ समय के लिए ही मिलती है।
अंतर्राष्ट्रीय लिमिट: बैंक आपको अंतर्राष्ट्रीय लेन-देन (international withdrawals) के लिए भी पैसा निकालने की लिमिट तय करने का अधिकार देते हैं। नेटबैंकिंग या कस्टमर केयर से संपर्क करके आप इसे सेट कर सकते हैं।
बैंक से एक दिन में कितना पैसा निकाल सकते हैं?
व्यक्तिगत खाताधारक प्रतिदिन 50000 तक निकाल सकते हैं: SBI खाताधारकों को अपनी Home Branch में पैसा जमा करने की कोई सीमा नहीं होती। लेकिन, आप विदड्रॉल पर्ची से एक दिन में, 50000 रुपए से ज्यादा नकदी (Cash) नहीं निकाल सकते। 50 हजार रुपए से ज्यादा निकालना है तो बैंक चेक की मदद से निकालना पड़ेगा।
यहां यह भी ध्यान में रखना होगा कि किसी अन्य व्यक्ति के माध्यम से आप विदड्रॉल पर्ची से पैसे नहीं निकाल सकते। दूसरे व्यक्ति को पैसा देना चाहते है तो चेक जारी करना होगा। हालांकि 80 वर्ष से अधिक उम्र के ग्राहकों को, किसी अन्य व्यक्ति की मदद से भी अपने अकाउंट से एक दिन में 10 हजार रुपए तक निकलवाने की छूट है।
लघु एवं मध्यम श्रेणी के उद्यमी (SME) प्रतिदिन 1 लाख रुपए तक: अगर आपने छोटे या मध्यम स्तर के उद्यमी के रूप में एसबीआई अकाउंट खुलवा रखा है तो आप प्रतिदिन 1 लाख रुपए तक नकदी (Cash) निकाल सकते हैं। इन्हें भी खुद अपने अकाउंट से ये पैसे निकालने की छूट है। दूसरे व्यक्ति के माध्यम से पैसा निकालने के लिए बैंक चेक जारी करना होगा।
व्यक्तिगत खाताधारक प्रतिदिन 10 लाख तक ट्रांसफर कर सकते हैं: सामान्य सेविंग अकाउंट रखने वाले SBI ग्राहक अपने अकाउंट से दूसरे के अकाउंट में प्रतिदिन 10 लाख रुपए तक ट्रांसफर कर सकते हैं। लेकिन, अगर आपका सेविंग अकाउंट HNI या NRI कैटेगरी का है तो आप प्रतिदिन 50 लाक रुपए तक ट्रांसफर कर सकते हैं।
करंट अकाउंट धारक प्रतिदिन 50 लाख रुपए तक ट्रांसफर कर सकते हैं: अगर आपका SBI में बिजनेस खाता यानी कि Current Account खुला हुआ है तो आप प्रतिदिन 50 लाख रुपए तक ट्रांसफर कर सकते हैं। Personal, कंपनी, इंस्टीट्यूट या सरकारी विभागों के करंट अकाउंट के मामले में भी यही नियम लागू होता है। सरकारी विभागों को असीमित ट्रांसफर की भी सुविधा मिल सकती है, लेकिन इसके लिए उन्हें बैंक से बात करके अलग से इंतजाम करवाना पड़ता है।
20 लाख रुपए से अधिक कैश निकालने पर TDS भी कटता है?
सरकार ने ज्यादा से ज्यादा डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए, बैंकों से बड़ी मात्रा में कैश निकालने पर टैक्स (TDS) काटने का नियम भी लागू कर दिया है। इनकम टैक्स एक्ट के Section 194N के अनुसार ये TDS कटता है। ये कटौती इस हिसाब से होती है-
- रिटर्न न दाखिल करने वालों के लिए: अब जो व्यक्ति रिटर्न दाखिल नहीं करता है, उसके किसी एक वित्तीय वर्ष के दौरान 20 लाख रुपए से अधिक कैश निकालने पर 2% TDS काट लिया जाएगा।
- ऐसा व्यक्ति अगर 1 करोड़ रुपए से अधिक निकालता है तो 5% TDS काटा जाएगा। पिछले लगातार 3 वर्षों से रिटर्न नहीं दाखिल करने वालों पर TDS कटौती का यह नियम लागू होगा।
- रिटर्न दाखिल करने वालों के लिए: जो लोग इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करते हैं, उनके 1 करोड़ रुपए से अधिक कैश निकालने पर 2% TDS कटेगा।
आपके बैंक या पोस्ट ऑफिस की TDS काटने की जिम्मेदारी
आपका जिस बैंक या पोस्ट ऑफिस में अकाउंट होता है, उसी बैंक की जिम्मेदारी होती है कि वह ऊपर बताए गए नियम के हिसाब से 20 लाख रुपए या 1 करोड़ रुपए से अधिक पैसे निकालने पर TDS काटेगा। अगर आपके अलग-अलग बैंकों में अकाउंट हैं तो फिर प्रत्येक बैंक को अपने यहां ऊपर बताए गए नियम के हिसाब से TDS काटने का अधिकार होगा।
मतलब यह है कि 20 लाख या 1 करोड़ की लिमिट का निर्धारण, किसी व्यक्ति के हिसाब से नहीं बल्कि प्रत्येक बैंक के हिसाब से तय होगा। बैंक ब्रांच या ATM या आधार कार्ड, किसी भी तरीके से पैसे निकालने पर यह लिमिट तय होगी।
बैंक, पैसा निकालने की सीमा रखते क्यों हैं?
बैंक मुख्य रूप से दो कारणों से ATM से पैसा निकालने की लिमिट रखते हैं-
- कैश मैनेजमेंट में सहूलियत: ग्राहकों के लिए ATM से पैसे निकालने की लिमिट होने से, लोग अनावश्यक और एक साथ बहुत सारा कैश नहीं निकालते। इससे बैंकों को ATMs में बार-बार और बहुत सारा पैसा डालने और पैसा डालने की जरूरत नहीं पड़ती। उन्हें Cash management में सहूलियत होती है। कोई एक ग्राहक भी बहुत लंबे समय तक, ATM में लगा नहीं रह पाता।
- ग्राहकों के पैसों की सुरक्षा: अगर किसी दूसरे व्यक्ति के हाथों आपका एटीएएम कार्ड और उसका PIN number लग जाता है, तो वह एटीएम से सारा पैसा निकाल सकता है। पैसा निकालने की लिमिट होने से कुछ हद तक, इस समस्या पर लगाम लगती है।
लेकिन, हाल के वर्षों में तीसरा कारण सबसे बड़ा कारण डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना भी सामने आया है। इससे कोरोना जैसी संक्रामक बीमारी के फैलने की गुंजाइश भी घटती है और रिजर्व बैंक को भी कम नोट व सिक्के बनाने पड़ते हैं।