आजकल तमाम प्राइवेट बैंक और पेमेंट एप, ऑनलाइन जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट के ऑफर दे रहे हैं। इनमें बिना कोई पैसा जमा किए अकाउंट खोलने और ATM व तमाम बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराने का वादा किया जाता है। लोगों के मोबाइल पर इससे संबंधित SMS या E-mail आते रहते हैं।
हमारे कई पाठकों ने पूछा था कि जीरो बैलेंस अकाउंट क्या होता है? इसके क्या फायदे होते हैं ? जीरो बैलेंस अकाउंट कैसे खुलता है? कुछ लोगों ने यह भी जानना चाहा था कि क्या प्राइवेट बैंक जैसे कि HDFC, ICICI, Axis bank, Yes Bank, वगैरह में भी जीरो बैलेंस अकाउंट खुलवाया जा सकता है। अगर हां तो, उसके लिए किन डाक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है?
इस लेख में हम आपके इन सभी प्रश्नों का उत्तर देंगे और जीरो बैलेंस अकाउंट से जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातों को भी साझा करेंगे। What is Zero Balance Account in Hindi.
जीरो बैलेंस अकाउंट क्या होता है?
जीरो बैलेंस अकाउंट ऐसा बैंक अकाउंट होता है, जिसमें कोई भी बैलेंस न रहने पर, भी कोई शुल्क या पेनाल्टी नहीं लगती। यानी कि आपके खाते में जीरो (0) रुपये भी है, तो आपका अकाउंट चलता रहेगा और कोई शुल्क (charge) नहीं कटेगा। इन्हें NO minimum balance saving account या BSBDA अकाउंट या small Account भी कहते हैं। हालांकि यह एक प्रकार का Saving Account (बचत खाता) ही होता है, जिसमें बैलेंस न रखने की छूट के कारण जीरो बैलेंस अकाउंट बोला जाता है।
जीरो बैलेंस अकाउंट का पूरा नाम Zero Balance Savings Account होता है। लोग बोलचाल में इसे जीरो बैलेंस अकाउंट कह देते हैं। कुछ लोग तो सिर्फ जीरो खाता भी कह देते हैं। वास्तव में यह एक प्रकार का Basic Savings Bank Deposit Account (BSBDA) होता है। बिना कोई पैसा जमा किए भी यह अकाउंट खुल जाता है और बाद में भी इसमें कोई बैलेंस रखना अनिवार्य नहीं होता। इसलिए, इसे जीरो बैलेंस अकाउंट कहते हैं।
ये अकाउंट सिर्फ आधार कार्ड की मदद से भी खुल जाता है, और बाद में भी पूर्ण केवाईसी (full KYC) कराई जा सकती है। KYC डॉक्यूमेंट्स वाले भारतीय नागरिकों को भी बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ने के लिए सरकार ने सरकार ने जीरो बैलेंस वाले अकाउंट खुलवाने की सुविधा चालू कर रखी है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत खुलने वाले जन-धन खाते भी जीरो बैलेंस अकाउंट की श्रेणी के होते हैं।
जीरो बैलेंस अकाउंट में भी रेगुलर सेविंग अकाउंट की तरह कभी भी पैसे जमा करने और निकालने की छूट होती है, लेकिन, इनमें पैसा जमा करने, पैसा निकालने और अधिकतम बैलेंस संबंधी कुछ प्रतिबंध भी लागू होते हैं। जैसे कि-
- किसी एक महीने में 10 हजार रुपए सा ज्यादा निकाल नहीं सकते: किसी एक महीने के भीतर कुल 10 हजार रुपए से अधिक नहीं निकाला जा सकता। इससे ज्यादा निकालने पर उसे सामान्य सेविंग अकाउंट (Regular Saving Account) में बदलवाना पड़ता है।
- किसी एक दिन में 50 हजार से ज्यादा बैलेंस नहीं रख सकते: किसी एक तारीख के अंत में (Day end ) बैलेंस 50 हजार रुपए से ऊपर नहीं रखा जा सकता। इससे ज्यादा बैलेंस होने पर भी उसे सामान्य सेविंग अकाउंट (Regular Saving Account) में बदलवाना पड़ेगा।
- एक साल में 1 लाख से ज्यादा जमा नहीं कर सकते: आप किसी एक वित्त वर्ष (financial year) के दौरान, कुल मिलाकर 1 लाख रुपए तक ही जमा कर सकते हैं। इससे ज्यादा करने पर पूर्ण KYC करानी पड़ती है और जीरो बैलेंस खाते को सामान्य सेविंग अकाउंट (Regular Saving Account) में बदलवाना पड़ता है।
जीरो बैलेंस अकाउंट के साथ मिलने वाली सुविधाएं
- बिना पैसे के अकाउंट खुल जाता है: जीरो बैलेंस अकाउंट खुलवाने के लिए, आपको कोई पैसा जमा करना जरूरी नहीं होता। हालांकि, अगर आपकी सुविधा हो तो कुछ पैसा जमा भी कर सकते हैं, लेकिन यह अनिवार्य नहीं होता। आप बिना कोई रकम जमा किए भी यह अकाउंट खोल सकते हैं।
- मिनिमम बैलेंस रखना आवश्यक नहीं: अकाउंट खुलने के बाद, आगे भी कोई मिनिमम बैलेंस या मासिक औसत बैलेंस (Monthly Average Balance (MAB) बनाए रखना अनिवार्य नहीं होता। जबकि सामान्य सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस या मिनिमम औसत न रखने पर पेनाल्टी लगती है।
- कम डॉक्यूमेंट्स पर भी खुल जाता है अकाउंट : सिर्फ आधार कार्ड और पैन कार्ड की मदद से ये अकाउंट खुल जाते हैं, लेकिन, अगर कोई डॉक्यूमेंट नहीं है तो भी आपकी घोषणा (Declaration) लेकर यह अकाउंट खोला जा सकता है।
- तीन लोग तक संयुक्त खाता भी खोल सकते हैं: दो या तीन लोग मिलकर, साझा जीरो बैलेंस अकाउंट (joint Account) भी खुलवा सकते हैं। ऐसे संयुक्त अकाउंट को खोलने के लिए सभी साझा अकाउंटधारकों को अपने-अपने डाक्यूमेंट्स जमा करने पड़ते हैं।
- खाता में जमा पैसों पर ब्याज भी मिलता है: जीरो बैलेंस अकाउंट मे जमा पैसों पर भी आपको सामान्य सेविंग अकाउंट की तरह ब्याज भी मिलता है। भारतीय स्टेट बैंक अपने जीरो बैलेंस अकाउंट पर 2.70 % ब्याज देता है, जबकि, कुछ प्राइवेट बैंक जीरो बैलेंस अकाउंट पर भी 6 % सालाना की ब्याज देते हैं।
- बैंक पासबुक और एटीएम कार्ड भी: जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट के साथ भी आपको खाता पासबुक और एटीएम कार्ड (Rupay Debit Card) मिलते हैं। हां, फ्री चेकबुक की सुविधा नहीं मिलती।
- इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग: आप अपने अकाउंट में नेटबैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की सुविधा जुड़वा सकते हैं। खाता खोलते समय भी या बाद में भी ये सुविधाएं जुड़वाई जा सकती हैं। इनकी मदद से आप अपने खाते से पैसा ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकते हैं।
- आधार बैंकिंग की सुविधा: नॉर्मल सेविंग अकाउंट की तरह, जीरो बैलेंस अकाउंट से भी आप आधार कार्ड की मदद से पैसे निकाल सकते हैं, ट्रांसफर कर सकते हैं। UPI एप की मदद से भी पैसे निकालने या ट्रांसफर करने की सुविधा होती है।
- ऑनलाइन शॉपिंग, रिचार्ज और बिल चुकाने की सुविधा: जीरो बैलेंस अकाउंट से भी आप ऑनलाइन खरीदारी कर सकते हैं। स्कूल या फार्म की फीस जमा कर सकते हैं। बिजली का बिल, पानी का बिल, मोबाइल रिचार्ज, DTH रिचार्ज वगैरह भी कर सकते हैं।
जीरो बैलेंस अकाउंट की ब्याज पर टैक्स छूट (Tax Benefits)
भारत सरकार, अपने नागरिकों को सेविंग अकाउंट्स की ब्याज पर टैक्स छूट देती है। हर साल आप अपने सेविंग अकाउंट्स की 10 हजार रुपए तक की ब्याज पर टैक्स छूट ले सकते हैं। बैंकों के अलावा Post Office और Co-Operative Banks में खुले सेविंग अकाउंट्स की ब्याज को भी इसमें शामिल कर सकते हैं। जीरो बैलेंस अकाउंट की ब्याज पर भी यह टैक्स छूट लागू होती है। 60 वर्ष से कम उम्र के लोगों को यह टैक्स छूट इनकम टैक्स ऐक्ट के सेक्शन 80 TTA के तहत मिलती है।
बुजुर्गों को यानी कि 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को हर साल 50 हजार रुपए पर टैक्स छूट लेने की अनुमति होती है। इसमें वे अपने सेविंग अकाउंट्स के अलावा फिक्स डिपाजिट अकाउंट (FDs) और रिकरिंग डिपाजिट अकाउंट्स (RDs) की ब्याज को भी शामिल कर सकते हैं। 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को यह टैक्स छूट इनकम टैक्स ऐक्ट के सेक्शन 80 TTB के तहत मिलती है।
जीरो बैलेंस अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक योग्यताएं
- अकाउंट खोलने वाला व्यक्ति भारतीय नागरिक होना चाहिए। विदेशी नागरिक या NRI को यह अकाउंट खुलवाने की अनुमति नहीं होती।
- खाताधारक वयस्क होना चाहिए, यानी कि उसकी उम्र 18 वर्ष पूरी हो चुकी हो।
- जीरो बैलेंस अकाउंट सिर्फ व्यक्तिगत खाताधारकों के लिए है, HUF या किसी संस्थान के लिए नहीं खोला जा सकता।
- आपका उस बैंक में पहले से कोई सेविंग अकाउंट या बेसिक सेविंग अकाउंट (BSBDA) नहीं होना चाहिए। अगर पहले से कोई सेविंग अकाउंट खुला भी है तो उसे 30 दिन के अंदर अप्लीकेशन देकर बंद करवाना पड़ेगा।
- किसी दूसरे बैंक में भी आपके नाम पर कोई बेसिक सेविग अकाउंट (BSBDA) नहीं होना चाहिए। एक बेसिक सेविंग अकाउंट खुलने के बाद, दूसरे बैंक में बेसिक सेविंग अकाउंट नहीं खोल सकते।
जीरो बैलेंस अकाउंट के लिए आवश्यक documents
जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट खुलवाने के लिए आपके पास दो विकल्प होते हैं-
- पूर्ण केवाईसी दस्तावेज जमा करके (COMPLETE KYC DOCUMENTS)
- सिर्फ खुद के हस्ताक्षर से प्रमाणित दस्तावेज जमा करके SELF ATTESTED
पूर्ण केवाईसी दस्तावेजों के साथ अकाउंट खोलना
अगर आप पूरे KYC दस्तावेजों के साथ बैंक अकाउंट खुलवाते हैं तो अकाउंट में पैसा जमा करने और निकालने संबंधी लिमिट लागू नहीं होती। इसके लिए खाता खोलने के फॉर्म के साथ आपको ये दस्तावेज लगाकर जमा करने पड़ते हैं-
- फोटोयुक्त पहचान प्रमाण (Photo ID proof): जैसे कि आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, वोटर आईडी वगैरह। PAN Card को मान्य पहचान प्रमाण डाक्यूमेंट्स (valid proof of identity.) की लिस्ट से बाहर कर दिया गया है।
- पता या निवास संबंधी पहचान प्रमाण (Address proof) : जैसे कि आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र, बिजली का बिल, वगैरह।
- घोषणापत्र (Declaration): किसी दूसरे बैंक में, या उसी बैंक में कोई और basic Savings Account नहीं होना चाहिए। इसके संबंध में, घोषणापत्र (Declaration form) भरकर हस्ताक्षर करने पड़ते हैं।
स्वप्रमाणित दस्तावेजों के साथ अकाउंट खोलना
अगर आपके पास पहचान और पता संबंधी मान्य दस्तावेज पूरे नहीं हैं तो आप सिर्फ खुद के हस्ताक्षर से प्रमाणित फोटोग्राफ जमा करके और पता के संबंध में घोषणापत्र जमा करके भी अकाउंट खुलवा सकते हैं लेकिन, ऐसा अकाउंट सिर्फ खाता खोलने की तारीख के 12 महीनों तक मान्य रहता है। इसे अपूर्ण केवाईसी वाला अकाउंट (incomplete KYC account) कहा जाता है।
इन स्थितियों में बंद हो जाता है जीरो बैलेंस अकाउंट
- ऐसे अकाउंट के लिए, आपको 12 महीने के भीतर, या तो कोई मान्य KYC document जमा कर देना होगा। या फिर मान्य KYC document के लिए आवेदन कर देना होगा और उसकी रसीद बैंक में जमा करना होगा। रसीद या प्रमाण जमा करने पर भी, आपका अकाउंट, अगले 12 महीनों तक फिर से Active (चालू) बना रहता है।
- उसके बाद, हर हाल में अकाउंट खोलने की तारीख के 24 महीने के भीतर valid KYC document जमा करना पड़ेगा। अगर आप 24 महीने तक भी पूरे केवाईसी दस्तावेज जमा नहीं करते हैं तो फिर आपका अकाउंट बंद हो जाएगा। उसमें पैसा जमा करने या निकालने की सुविधा बंद (Freeze) हो जाएगी।
- इसके पहले भी अगर, उस वित्त वर्ष (financial year) के दौरान, आपकी सभी जमाओं का टोटल 1 लाख रुपए से अधिक हो जाता है तो भी आपका A Basic Savings – Small Deposit Account को फ्रीज कर दिया जाएगा। उसे चालू कराने के लिए पूरे KYC दस्तावेज जमा करने पड़ेंगे।
- अगर आपके अकाउंट में किसी एक तारीख के अंत में (Day end ) बैलेंस 50 हजार रुपए से ऊपर रहता है, तो भी उस अकाउंट को Freeze कर दिया जाएगा। पूरे KYC दस्तावेज जमा करके उसे चालू करा सकेंगे।
- किसी एक महीने के भीतर सब मिलाकर (Total withdrawals) 10 हजार रुपए से अधिक निकाला जाता है, तो भी आपका अकाउंट Freeze कर दिया जाता है। पूरे KYC दस्तावेज जमा करके उसे चालू करा सकते हैं।