1 जुलाई 2017 से भारत में सामान (Goods) और सेवा (Services) से जुड़े कारोबारों (Businessess) पर GST टैक्स लागू हो चुका है। इसके पहले मौजूद सभी तरह के टैक्सों को इसी एक टैक्स (GST) में मिला दिया गया है। इसमें व्यापारियों की कैटेगरी और टर्नओवर के हिसाब से रजिस्ट्रेशन के अलग-अलग विकल्प हैं। उसी के… आगे पढ़ें »
Taxes
जीएसटी नंबर कैसे चेक करें ? How to check GST Number
अखबारों और टीवी चैनलों पर, अक्सर फर्जी जीएसटी नंबर के आधार पर करोड़ों के घोटालों की खबरें सुनने को मिलती हैं। जुलाई 2023 में आई एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 25% GST खाते मौजूद नहीं थे। ऐसे फर्जी खातों के माध्यम से लगभग 15,000 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की भी जानकारी सामने आई।… आगे पढ़ें »
जीएसटी ई वे बिल प्रणाली के नियम | Rules of E Way Bill System in Hindi
भारत में जीएसटी के तहत कारोबार में, 50 हजार रुपए से अधिक कीमत का माल ट्रांसपोर्ट से भेजने पर, ई-वे बिल होना अनिवार्य है। हाल ही में सरकार ने 2 लाख रुपए से अधिक सोना-चांदी को भेजने या लाने के संबंध में भी नया ई-वे बिल नियम लागू किया गया है। कुछ राज्यों ने इसे… आगे पढ़ें »
जीएसटी रिटर्न क्या है? कितने प्रकार के होते हैं? | What is GST Return in Hindi?
GST में रजिस्टर्ड कुछ कारोबारियों को हर महीने रिटर्न दाखिल करना पड़ता है और कुछ कारोबारियों को हर तीन महीने में रिटर्न दाखिल करना पड़ता है। वार्षिक रिटर्न (Annual Return) भी कारोबारियों की कैटेगरी के हिसाब से अलग-्अलग नाम के भरे जाते हैं। सामान्य रजिस्टर्ड कारोबारियों का रिटर्न अलग होता है और कंपोजिशन कारोबारियों का अलग।… आगे पढ़ें »
जीएसटी में डेबिट नोट और क्रेडिट नोट क्या होते हैं? What is Debit Note and Credit Note In GST
GST का रिटर्न भरते समय, उसमें आपको अपने अपने लेन-देन और टैक्स भुगतानों का विवरण देना पड़ता है। अगर कोई सौदा होने के बाद, उसमें कोई बदलाव हुआ है तो उससे जुड़े debit note, credit note या bill of supply के विवरण भी देने पड़ते हैं। बहुत से नए कारोबारियों को इनका मतलब नहीं पता… आगे पढ़ें »
जीएसटी में कैजुअल टैक्सेबल पर्सन क्या होता है? What is Casual Taxable Person in GST
भारत में बहुत से कारोबारी Casual Taxable Person के रूप में, व्यापार करते हैं। वे या तो सीजन-सीजन में कारोबार करते हैं और फिर लौट जाते हैं। या फिर किसी दूसरी जगह पर व्यापार करने चले जाते हैं। भारत में बिजनेस सेक्टर पर लागू GST एक्ट इन पर भी लागू होता है। इसलिए, Casual Taxable… आगे पढ़ें »