भारत में जो कारोबारी, रिवर्स चार्ज लेने का अधिकार रखते हैं, उन्हें GST में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। यानी कि उन्हें जीएसटी नंबर रखना अनिवार्य है। बिना GST नंबर के कोई भी व्यवसायी अपने सौदों पर रिवर्स GST नहीं वसूल सकता। इस लेख में हम समझेंगे कि GST में रिवर्स चार्ज क्या होता है? किस… आगे पढ़ें »
Taxes
GST सबसे पहले किस देश में लागू हुआ ?
1 जुलाई 2017 से भारत में GST एक्ट लागू हो चुका है। सरकार की ओर से निर्धारित कुछ खास वस्तुओं को छोड़कर ज्यादातर बिजनेस GST सिस्टम के अंतर्गत होने लगे हैं। खरीदारियों पर GST टैक्स कटता है और उनका हिसाब भी रिटर्न फॉर्म में भरकर देना पड़ता है। भारत सहित दुनिया के 160 से अधिक… आगे पढ़ें »
जीएसटीआर 3B भरने की अंतिम तिथि और जुर्माना के नियम | GSTR 3B Last Dates and Penalty rules in Hindi
GST में कारोबार करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को हर महीने या हर तिमाही पर रिटर्न फॉर्म GSTR-3B भरना पड़ता है। सरकार ने इसे आसान रिटर्न फॉर्म के रूप में जारी किया है। इसमें आपको अपनी बिक्रियों (Sales) और खरीदारियों (Purchases) का मोटा-मोटा हिसाब देना पड़ता है और अपनी टैक्स देनदारियों (GST liabilities) का भुगतान भी… आगे पढ़ें »
जीएसटी ई-इनवॉयस क्या है ? कैसे बनायें | What is GST e-Invoicing in Hindi
सरकार ने 10 करोड़ रुपए से अधिक सालाना टर्न औवर वाले कारोबारियों को अपने सभी B2B सौदों पर ई-इनवॉइस जारी करना (E-Invoicing) अनिवार्य कर दिया है। B2B सौदों से मतलब, ऐसे सौदे होते हैं, जोकि एक कारोबारी से दूसरे कारोबारी के बीच होते हैं। 1 अक्टूबर 2022 से यह सिस्टम लागू है। इसके अलावा अब 100 करोड़… आगे पढ़ें »
GST नंबर कैसे प्राप्त करें ? ऑनलाइन प्रक्रिया और जरूरी डॉक्यूमेंट्स
भारत में सामान्य राज्यों के कारोबारियों को 40 लाख या इससे अधिक का टर्नओवर होने पर GST में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। रजिस्ट्रेशन नंबर की मदद से ही आप, अपनी बिक्रियों पर GST वसूल पाते हैं। जीएसटी का टैक्स चुकाने और रिटर्न दाखिल करने के लिए भी जीएसटी नंबर की जरूरत पड़ती है। इस लेख… आगे पढ़ें »
निल जीएसटी रिटर्न क्या होता है? कैसे भरा जाता है? What is Nil GST Return in Hindi
जीएसटी में रजिस्टर्ड कारोबारियों को अपनी कैटेगरी के हिसाब से हर महीने (monthly) या हर तिमाही के बाद (Quarterly) जीएसटी रिटर्न भरने पड़ते हैं। यहां तक कि अगर, आपने पिछले महीने या पिछली तिमाही में कोई लेन-देन नहीं भी किया है तो भी निल जीएसटी रिटर्न तो भरना ही पड़ता है। इस लेख में हम… आगे पढ़ें »