सामान्य जीएसटी कारोबारियों को वार्षिक रिटर्न GSTR-9 भरना पड़ता है, जबकि कंपोजिशन स्कीम वालों को वार्षिक रिटर्न GSTR-4 के रूप में दाखिल करना पड़ता है। GSTR-9 के बारे में जानकारी हम पिछले लेख में दे चुके हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि GSTR-4 क्या होता है? किसे भरना पड़ता है और इसकी अंतिम तिथि… आगे पढ़ें »
Taxes
लांग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स क्या है ?| What is Long Term Capital Gains Tax in Hindi
प्रॉपर्टी, सोना, गहने या शेयर वगैरह बेचने से जो फायदा होता है, सरकार उस पर भी टैक्स लेती है। इस टैक्स को Capital Gain Tax कहते हैं। ऐसी कोई प्रॉपर्टी खरीदने के तुरंत बाद बेचने पर Short Term Capital Gain Tax लगता है और कुछ साल बाद बेचने पर Long Term Capital Gain Tax लगता है। इस लेख… आगे पढ़ें »
जीएसटीआर-3बी कैसे भरें? | How To file GSTR-3B in Hindi
जीएसटी में रजिस्टर्ड सभी सामान्य कारोबारियों को रिटर्न फॉर्म GSTR-3B दाखिल करना अनिवार्य होता है। अगर आपने GSTR-3B दाखिल नहीं किया है तो इसके बाद वाले रिटर्न (जीएसटीआर-1 जीएसटीआर-9 वगैरह) को भी दाखिल नहीं कर सकते। इस लेख में हम जानेंगे कि जीएसटी का रिटर्न फॉर्म जीएसटीआर-3 बी क्या होता है? ऑनलाइन GSTR-3B कैसे भरें?… आगे पढ़ें »
GST के तहत इनपुट सर्विस डिस्ट्रीब्यूटर (ISD) क्या है?| What is Input Service Distributor in GST
जीएसटी में जो व्यवसायी Input Service Distributor (ISD) की तरह, कारोबार करते हैं, उन्हें जीएसटी में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होता है। भले ही उनका टर्नओवर कितना भी कम हो, वे बिना जीएसटी नंबर (GSTIN) के अपना कारोबार नहीं कर सकते। ऐसे कारोबारियों को जीएसटी रिटर्न भी अलग प्रकार का भरना पड़ता है। इस पोस्ट में… आगे पढ़ें »
जीएसटी का वार्षिक रिटर्न कैसे भरें | How to file GST Annual Return
GST में रजिस्टर्ड कारोबारियों को, हर वित्त वर्ष के पूरा होने के बाद, वार्षिक रिटर्न (GSTR-9) भरकर जमा करना पड़ता है। इसमें उन्हें, अपने साल भर की बिक्रियों और खरीदारियों का विवरण देना पड़ता है और उस वित्त वर्ष के दौरान चुकाए गए टैक्स (GST) का विवरण सरकार को देना पड़ता है। इस लेख में हम… आगे पढ़ें »
शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स क्या है? | What is Short Term Capital Gains Tax
बहुत कम लोगों को पता होता है कि प्रॉपर्टी बेचने से होने वाले फायदे पर भी टैक्स लगता है। उसे कैपिटल गेन टैक्स कहते हैं। प्रॉपर्टी खरीदने की तारीख से लेकर बेचने तक के बीच में जो अंतराल होता है, उसके हिसाब से यह शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स हो सकता है या फिर लांग… आगे पढ़ें »