किसान विकास पत्र योजना में पैसे जमा करके, आप एक निश्चित अवधि में दोगुनी रकम (Double Money) वापस पा सकते हैं। 1 अप्रैल 2023 से सरकार ने इसकी ब्याज दर बढ़ाकर 7.5% कर दी है। इस लेख में हम जानेंगे कि किसान विकास पत्र योजना 2023 क्या है? इसके फायदे क्या हैं? मौजूदा ब्याज दर, खाता खोलने, पैसा जमा करने और निकालने के नियम क्या है?
Know about Kisan Vikas Patra Yojana In Hindi.
किसान विकास पत्र योजना क्या है? इसके क्या फायदे हैं?
किसान विकास पत्र, भारत सरकार की लघु बचत योजना (Small Saving Scheme) है। पोस्ट ऑफिस या बैंकों में इसका अकाउंट खोला जा सकता है। इसमें जमा किए गए पैसों को सरकार 10 साल बाद दोगुना (Doubled) करके वापस करती है। कोई भी व्यक्ति यह अकाउंट खुलवा सकता है। किसान विकास पत्र के मुख्य फायदे निम्नलिखित हैं—
निश्चित रिटर्न: किसान विकास पत्र योजना में पैसा जमा करते वक्त ही पता चल जाता है कि Maturity (परिपक्वता) के बाद कितनी रकम मिलेगी और कब मिलेगी। Account खोलते समय जो भी ब्याज दर होगी, पूरी अवधि तक उसी रेट पर ब्याज आपको मिलती रहेगी।
जोखिमरहित: इसमें जमा पैसे भारत सरकार के पास जाते हैं। उस पर ब्याज और Maturity रकम का भुगतान भी भारत सरकार करती है। यानी कि आपका पैसा डूबने के चांस नहीं रहते या बहुत कम होते हैं।
सीमारहित जमा: किसान विकास पत्र में निवेश के लिए कोई सीमा (Limit) नहीं रखी गई है। अपनी सुविधानुसार कितनी भी रकम इसमें जमा की जा सकती है। हालांकि, यह रकम 100 के गुणांक में ही होनी चाहिए।
लांग टर्म निवेश: Kisan Vikas Patra Account में आप एक ही बार में लंबे समय के लिए निवेश (investment) कर पाते हैं। सामान्यत: इसमें 10 साल तक के लिए पैसा जमा होता है और फिर दोगुना होकर वापस मिलता है।
नोमिनी बनाने की सुविधा: आप अपने Kisan Vikas Patra Account में नोमिनी का नाम भी दर्ज करा सकते हैं। नोमिनी वह व्यक्ति होता है, जिसे खाताधारक की मौत होने पर, इसमें जमा रकम पाने का अधिकार होता है।
लोन गारंटर: बैंकों से लोन लेने के लिए, Kisan Vikas Patra Deposit को गारंटर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। पूर्णत: सुरक्षित लोन होने के कारण, इसके बदले मिलने वाले लोन में ब्याज दर में भी रियायत मिल सकती है।
मेच्योरिटी पूर्व निकासी: कुछ विशेष परिस्थितियों में, ढाई साल के बाद भी Kisan Vikas Patra Account का पैसा वापस लिया जा सकता है। ऐसी निकासी पर भी कोई पेनाल्टी नहीं लगती और ब्याज भी पूरा मिलता है।
अन्य व्यक्ति के नाम ट्रांसफर: Kisan Vikas Patra Account को कभी भी आप इसे दूसरे व्यक्ति के नाम ट्रांसफर भी कर सकते हैं। निवास स्थान बदलने पर, आप चाहें तो अपना अकाउंट दूसरे Post Office/Bank ब्रांच में ट्रांसफर भी करा सकते हैं।
कौन खुलवा सकता है किसान विकास पत्र खाता?
किसान विकास पत्र, को शुरुआत में किसानों को बचत के लिए आकर्षित करने के लिए बनाया गया था। लेकिन, बाद में इसे किसी भी सामान्य नागरिक को खरीदने के लिए छूट दे दी गई।
- कोई भी वयस्क (Adult) व्यक्ति, किसान विकास पत्र का अकाउंट खुलवा सकता है।
- किसी बच्चे के नाम भी पर, वयस्क व्यक्ति की ओर से किसान विकास पत्र खाता खोला जा सकता है।
- 10 साल से अधिक उम्र का बच्चा खुद भी अपने नाम किसान विकास पत्र का खाता खुलवा सकता है।
- मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति ( person of unsound mind) के लिए भी किसी वयस्क व्यक्ति की ओर से, अभिभावक के रूप में, किसान विकास पत्र खाता खोला जा सकता है।
2 या 3 लोग संयुक्त खाता भी खुलवा सकते हैं
Kisan Vikas Patra में दो तरीकों से संयुक्त खाता खुलवाया जा सकता है-
संयुक्त ए टाइप खाता| Joint A type Account
किसान विकास पत्र योजना के तहत, कोई भी 2 वयस्क या अधिकतम 3 वयस्क व्यक्ति संयुक्त खाता (Joint Account) खुलवा सकते हैं। अगर आप संयुक्त ए टाइप खाता (Joint A Type) खुलवाते हैं तो मेच्योरिटी के बाद, इस अकाउंट का पैसा सभी खाताधारकों (account holder) को एक साथ, बराबर बराबर मिलेगा। हालांकि, किसी एक साझीदार (Joint account Holder) की मृत्यु होने पर ही बचे हुए व्यक्ति को अकेले पैसा पाने का अधिकार होगा।
संयुक्त बी टाइप खाता | Joint B type Account
इस प्रकार का, Kisan Vikas Patra Account 2 या अधिकतम 3 वयस्क व्यक्तियों के नाम संयुक्त खाते (Joint Account) के रूप में, खोला जाता है। Joint B type के अकाउंट में, मेच्योरिटी के बाद पूरी रकम, किसी भी एक खाताधारक (Either or Survivor) को मिल सकती है। किसी एक खाताधारक की मृत्यु होने पर, अपने आप दूसरा व्यक्ति पैसा पाने का अधिकारी हो जाता है।
न्यूनतम और अधिकतम जमा सीमा
कम से कम 1000 रुपए में आप किसान विकास पत्र खरीद सकते हैं। इससे ऊपर, कितनी भी राशि के किसान विकास पत्र खरीदे जा सकते हैं। अधिकतम, जमा सीमा का कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन, बस ये ध्यान रखें कि, जमा की कोई भी रकम 100 के गुणांक में होनी चाहिए।
दरअसल, पहले किसान विकास पत्र, सिर्फ 1,000 रुपये, 5,000 रुपये, 10,000 रुपये और 50,000 रुपये की कीमत वाले सर्टिफिकेट के रूप में ही बेचे जाते थे। अब चूंकि इलेक्ट्रॉनिक रूप (e-mode) से और पासबुक रूप में, खाता खुलवाने की सुविधा शुरू हो गई है तो 100 के गुणांक में कितनी भी रकम जमा करने की छूट दे दी गई है।
किसान विकास पत्र की ब्याज दर
किसान विकास पत्र, में जमा रकम पर फिलहाल, 7.5 प्रतिशत ब्याज मिलती है। इस ब्याज दर के हिसाब से 115 महीने (9 साल 7 महीने) में आपकी रकम दोगुना हो जाती है। ब्याज की रकम, हर साल के अंत में, आपके खाते में जुड़ जाती है। और चक्रवृद्धि ब्याज (Compounded Interest) के हिसाब से आपकी रकम बढ़ती रहती है।
नोट: भारत सरकार की अन्य लघु बचत योजनाओं की तरह, Kisan Vikas Patra की ब्याज दर भी हर तिमाही के पहले घोषित की जाती है। Kisan Vikas Patra खरीदते समय, जितनी ब्याज दर होती है, उतनी ही मेच्योरिटी अवधि तक बनी रहती है।
किसान विकास पत्र पर टैक्स नियम
किसान विकास पत्र में आपको किसी प्रकार की टैक्स छूट नहीं मिलती। इसकी जमा पर Section 80C का लाभ नहीं मिलता। हर साल जो इसकी ब्याज बनती है, उसे आपकी अन्य स्रोतों से प्राप्त आमदनी (Income from Other sources) के रूप में गिना जाएगा। सामान्य लोगों की जमा पर, 40 हजार से अधिक ब्याज पर 10 प्रतिशत TDS काटने का नियम है। जबकि 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले बुजुर्ग नागरिकों की जमा पर 60 हजार से अधिक ब्याज पर 10 प्रतिशत TDS काटने का नियम है। लेकिन, अगर इसकी ब्याज को मिलाने के बाद भी आपकी कुल आमदनी टैक्स के लायक नहीं है तो Form 15G या Form 15H जमा करके TDS कटौती से छूट पा सकते हैं।
मेच्योरिटी के बाद मिली रकम पर किसी तरह का टैक्स नहीं काटा जाता। क्योंकि, पहले ही हर साल उसकी ब्याज पर टैक्स काटा जा चुका होता है।
मेच्योरिटी के पहले, पैसा निकालने के नियम
मेच्योरिटी के पहले, निम्नलिखित तीन विशेष स्थितियों में ही किसान विकास पत्र में जमा किया गया पैसा निकाला जा सकता है—
- खाताधारक या किसी साझीदार खाताधारक की मृत्यु होने पर
- गजटेड अफसर द्वारा सर्टिफिकेट जब्त किए जाने पर
- किसान विकास पत्र की अवधि 2.5 साल पूरी हो जाने के बाद
बीच में पैसा निकालने पर ब्याज में कटौती संबंधी नियम इस प्रकार लागू होंगे——
- अगर आपने 1 साल के भीतर पैसा वापस निकाल लिया तो आपको कोई ब्याज नहीं मिलेगा, उल्टा कुछ पैसा पेनाल्टी के रूप मे कट जाएगा।
- 1 साल बाद अगर पैसा वापस निकालते हैं तो कोई जुर्माना नहीं देना होगा, लेकिन ब्याज की दर कम करके मिलेगी।
- 2.5 साल के बाद पैसा वापस निकालने पर किसी तरह की पेनाल्टी नहीं लगती और ब्याज भी पूरी की पूरी मिलती है।
कहां से मिलेगा किसान विकास पत्र?
किसान विकास पत्र का अकाउंट, आप पोस्ट ऑफिस की किसी भी शाखा में खुलवा सकते हैं। इसके अलावा, सभी सरकारी बैंकों में और 3 प्रमुख प्राइवेट बैंकों (ICICI, HDFC & Axis) में भी इसका अकाउंट खोला जा सकता है।
जुलाई 2016 से पहले किसान विकास पत्र, पहले से छपे हुए सर्टिफिकेट के रूप में होते थे। 1 जुलाई 2016 से इन्हें पासबुक या इलेक्ट्रॉनिक सर्टिफिकेट (electronic mode) में ही जारी किया जाने लगा है। दोनों तरह के खातों का परिचय भी हम यहां दे रहे हैं।
E-mode वाला किसान विकास पत्र: इसके लिए उस Bank या Post Office में, आपका बचत खाता (Saving account) पहले से खुला होना चाहिए । आपके पास Internet Banking की सुविधा भी हो।
Passbook Mode वाला किसान विकास पत्र: अगर आप electronic mode में, किसान विकास पत्र नहीं लेना चाहते तो, आप इसे पासबुक मोड में भी खुलवा सकते हैं। ठीक वैसे ही, जैसे कि अन्य प्रकार के बैंक खाते खोले जाते हैं।