बैंक लॉकर का शुल्क कितना लगता है? What is Bank Locker Charges in SBI

बैंक आपको सिर्फ पैसे जमा करने और निकालने और ब्याज देने भर का काम नहीं करते। वे आपकी जरूरतो के लिए लोन भी देते हैं और आपके जेवर, कीमती सामान और महत्वपूर्ण दस्तावेज वगैरह सुरक्षित रखने में भी अपने ग्राहकों की मदद करते हैं।  ज्यादातर बड़े बैंक अपने ग्राहकों के कीमती सामानों को सुरक्षित रखने के लिए वे बैंक लॉकर की सुविधा उपलब्ध कराते हैं। लेकिन, इसके लिए वे कुछ शुल्क (Charges) भी लेते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि, बैंक लॉकर का शुल्क कितना लगता है? What is the rent and charges for locker of bank. 

sbi bank locker charges

SBI बैंक लॉकर का शुल्क कितना लगता है? 

बैंक लॉकर के लिए आपको मुख्य रूप से 3 तरह के शुल्क चुकाने पड़ते हैं-

  • रजिस्ट्रेशन शुल्क (Registration charge)
  • सालाना किराया (Annual rental charge)
  • 12 बार से ज्यादा लॉकर खोलने का शुल्क (Locker visit charges)

इनके अलावा, टाइम पर लॉकर का किराया न जमा करने पर आपको Penalty भी देनी पड़ सकती है। कुछ अन्य विशेष कारणों के लिए भी शुल्क लगते हैं। इन्हें आसानी से समझने के लिए, यहां हम, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में बैंक लॉकर के लिए, लगने वाले शुल्कों का का विवरण दे रहे हैं।

बैंक लॉकर रजिस्ट्रेशन शुल्क (Registration Charge)

 भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में, अपने नाम बैंक लॉकर लेने के लिए आपको, इसका रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है। आपको सिर्फ एक बार यह शुल्क चुकाना पड़ेगा। लॉकर के साइज के हिसाब से, इसका शुल्क इस प्रकार लगता है-

  • छोटे (small) साइज के लॉकर के लिए:  500 रुपए+GST
  • मध्यम (Medium) साइज के लॉकर के लिए: 500 रुपए+GST
  • बड़े (Large) साइज के लॉकर के लिए: 1000 रुपए+GST
  • अतिरिक्त बड़े (Extra Large) साइज के लॉकर के लिए: 1000 रुपए+GST

बैंक लॉकर का सालाना किराया (Annual Rent)

सरकारी बैंकों में लॉकर का किराया, लॉकर के साइज के हिसाब से 1000 रुपये से लेकर 9000 रुपये सालाना तक हो सकता है। वहीं प्राइवेट बैंकों में लॉकर का किराया, लॉकर के साइज के हिसाब से 2000 रुपये सालाना से लेकर 20 हजार रुपये सालाना तक हो सकता है। बैंकों में लॉकर के किराये का अनुमान समझने के लिए हम, यहां SBI लॉकर के सालाना किराया की लिस्ट दे रहे हैं-

लॉकर का प्रकार और साइज (Type and Size of Locker)ग्रामीण व उपनगरीय क्षेत्र की ब्रांचों के लिए शुल्क (for RURAL AND SEMI URBAN branches)शहरी और मेट्रो क्षेत्र की ब्रांचों के लिए शुल्क (for URBAN AND METRO branches)
छोटे साइज का लॉकर (SMALL SIZE LOCKER)
  • Size A:125 x 175 x 492  Size B:159 x 210 x 492  

₹1000+GST 

₹1500+GST 

मध्यम साइज का लॉकर (MEDIUM SIZE LOCKER)
  • Size:C:125X352X492  Size:D:189X263X492 Size:E:159x423x492 Size H1:325X210X492 

₹2000+GST 

₹3000+GST 

बड़े साइज का लॉकर (LARGE SIZE LOCKER)
  • Size:F:278X352X492 Size:G:189X529X492  Size:H:325x423x492

₹5000+GST

₹6000+GST 

अतिरिक्त बड़े साइज का लॉकर (EXTRA LARGE SIZE LOCKER)
  • Size L:404X529X492  Size:L1:385X529X492

₹7000+GST

₹9000+GST 

सैलरी अकाउंट्स वाले ग्राहकों को लॉकर किराए में मिलती है छूट

SBI अपने Salary Accounts वाले ग्राहकों को SBI, लॉकर किराये में कुछ छूट भी देता है। 

  • प्लेटिनम वैरियंट अकाउंट : लॉकर किराये में 25% छूट
  • डायमंड वैरियंट अकाउंट:  लॉकर किराये में 15% छूट

बैंक लॉकर खोलने का शुल्क | SBI Locker visit charges

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में, लॉकर रखने वाले हर ग्राहक को एक साल में, 12 बार लॉकर खोलने की सुविधा निशुल्क (Free of Cost) होती है। इससे ज्यादा बार खोलने पर, आपको हर बार के लिए 100 रुपए+GST, अलग से चुकाना पड़ेगा।

लॉकर तोड़ने का शुल्क | Breaking open charge of Locker

1000 रुपये+ GST भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, अगर कोई ग्राहक लगातार 1 साल तक अपने लॉकर को संचालित (operate) नहीं करता है तो बैंक उस लॉकर को खुद खोल सकता है। इसके लिए ग्राहक से 1000 रुपये और GST चुकाना पड़ेगा। अगर लॉकर खोलने और लॉक बदलने की प्रक्रिया में 1000 रुपये से ज्यादा खर्च होता है तो उसका भुगतान भी ग्राहक को करना पड़ेगा।

लेकिन, ऐसा करने से पहले उसे लॉकर मालिक को नोटिस भेजनी होगी। नोटिस में लॉकर को संचालित (operate) करने या लॉकर छोड़ देने (surrender) का विकल्प देना होगा। लॉकर की चाभी खो जाने या  लॉकर का किराया न चुकाने पर भी बैंक के पास लॉकर खोलने का अधिकार होता है। 

किराया देरी से चुकाने पर पेनाल्टी

  • एक तिमाही (1 Qtr) तक विलंब होने पर – लॉकर के सालाना किराया का 10%  
  • दो तिमाही (2 Qtr) तक विलंब होने पर – लॉकर के सालाना किराया का 20% 
  • तीन तिमाही (3 Qtr) तक विलंब होने पर – लॉकर के सालाना किराया का 30% 
  • एक साल (1 Year) तक विलंब होने पर – लॉकर के सालाना किराया का 40% 

तो दोस्तों! ये थे भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के लॉकर के लिए लगने वाले विभिन्न प्रकार के शुल्क (Charges)। अन्य सरकारी बैंकों  के चार्ज भी थोड़े-बहुत अंतर के साथ, लगभग इसी प्रकार होते हैं। प्राइवेट बैंकों (ICICI, HDFC, Axis, Yes Bank वगैरह) के लॉकर के charges थोड़ा ज्यादा हो सकते हैं। उनकी वेबसाइट पर जाकर आप चेक कर सकते हैं।

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