आपके बैंक अकाउंट में अगर नेटबैंकिंग की सुविधा है तो उससे ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। ये काम जो होता है, वह NEFT या RTGS सिस्टम की मदद से हो पाता है। हालांक, अब तुरंत पैसों का ट्रांसफर करने की IMPS और UPI की भी सुविधाएं भी आ गई हैं। लेकिन अगर रकम लाखों में है तो फिर उस बड़ी रकम को ट्रांसफर करने के लिए NEFT या RTGS का ही सहारा लेना पड़ता है।
इस लेख में हम समझेंगे कि NEFT क्या होता है? RTGS क्या होता है? इनके फुल फॉर्म और मतलब क्या हैं? इनके बीच में अंतर क्या है? What is NEFT in Hindi. Difference between NEFT and RTGS
NEFT क्या है? फुल फॉर्म, अर्थ और उपयोग
NEFT का फुल फॉर्म होता है-National Electronic Funds Transfer।
रिजर्व बैंक ने नवंबर 2005 में एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करने के लिए यह सिस्टम शुरू किया था। इसमें आप इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करके, पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। जरूरत पड़ने पर , बैंक ब्रांच पर जाकर भी नेफ्ट ट्रांसफर करा सकते हैं।
यूजरनेम और पासवर्ड की जरूरत पड़ती है: बैंक मेंं खाता खोलते समय, या बाद में भी बैंक से लिखित अनुरोध करके आप net banking की सुविधा ले सकते हैं। इसमें आपको एक username और password मिलता होता है, जिसका इस्तेमाल करके आप ऑनलाइन बैंकिंग के काम निपटा सकते हैं।
NEFT ट्रांसफर के लिए RBI की ओर से निर्धारित समय
NEFT के माध्यम से, आधा-आधा घंटे के टाइम बैचों में पैसा ट्रांसफर होता है। यानी कि, हर आधे घंटे में एक बार पैसा ट्रांसफर होता है। रात-दिन के 24 घंटों को आधे-आधे घंटों के 48 बैचों में बांटा गया है। पहला बैच रात 00:30 बजे से 01:00 बजे तक होता है। अंतिम बैच 00:00 बजे खत्म होता है।
हर आधे घंटे के अंदर, जितने भी Transactions (लेन-देन) होते हैं, वे सभी RBI के पास इकट्ठे होते रहते हैं। फिर एक साथ सारे Transactions का पेमेंट्स हो जाता है। 16 दिसंबर 2019 से NEFT का इस्तेमाल, हफ्ते में सातों दिन और चौबीसों घंटे (24×7) के लिए चालू हो गया है। यहां तक कि छुट्टियों के दिन भी यह सेवा चालू रहती है।
NEFT से पैसा भेजने पर शुल्क
NEFT से लेन-देन पर शुल्क के लिए, अलग-अलग बैंकों के अलग-अलग नियम हैं। भारतीय स्टेट बैंक ऑनलाइन NEFT ट्रांसफर के लिए, कोई शुल्क नहीं काटता, लेकिन बैंक ब्रांच में जाकर NEFT ट्रांसफर कराने पर शुल्क काटता है। नीचे तालिका में इसका विवरण देख सकते हैं-
नेफ्ट ट्रांसफर की रकम | इंटरनेट बैंकिंग से लेन-देन पर शुल्क | बैंक ब्रांच पर लेन-देन का शुल्क |
---|---|---|
10,000 रुपए तक | शून्य (00) | 2 रुपए+ GST |
10 हजार से 1 लाख रुपए तक | शून्य (00) | 4 रुपए+ GST |
1 लाख से 2 लाख रुपए तक | शून्य (00) | 12 रुपए+ GST |
2 लाख रुपए से अधिक | शून्य (00) | 20 रुपए+ GST |
आरटीजीएस क्या होता है? What is RTGS
RTGS का फुल फॉर्म होता है- Real Time Gross Settlement। इसका हिंदी में मतलब होगा, उसी समय पूरा होने वाला सकल लेन-देन। जैसा कि इसके नाम से और अर्थ से स्पष्ट होता है कि, इसमें, किया गया हर लेन-देन (Gross Settlement) उसी समय (Real Time में) निपटा दिया जाता है।
यानि कि जिस टाइम पर, एक बैंक अकाउंट से कोई Transaction (लेन-देन) होता है, वैसे ही वह दूसरे अकाउंट में transfer हो जाता है। NEFT की तरह, इसमें पैसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर होने के लिए, टाइम नहीं लगता। 26 मार्च, 2004 को यह सेवा 4 बैंकों के साथ शुरू की गई थी, जोकि अब 200 से अधिक बैंकों के पास मौजूद है।
2 लाख रुपए से कम का RTGS नहीं कर सकते: RTGS में, 2 लाख रुपए से कम का ट्रांसफर नहीं कर सकते। NEFT की तरह, RTGS की सुविधा हर Netbanking Account में उपलब्ध नहीं होती। आपको अपने online banking portal पर चेक करना होगा कि आपके अकाउंट में यह सुविधा मौजूद है कि नहीं। अगर नहीं है तो आरटीजीएस सुविधा वाले अकाउंट (RTGS-enabled account) की सुविधा पाने के लिए आप अपने बैंक से संपर्क कर सकते हैं। और हां, RTGS से पैसा भेजने के लिए यह भी जरूरी है, कि पैसा पाने वाले के अकाउंट में भी RTGS की सुविधा हो।
आरटीजीएस का समय | RTGS Timings
RTGS सेवा पहले सिर्फ, सोमवार से लेकर शनिवार तक (दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर) चालू रहती थी, लेकिन अब (14 दिसंबर, 2020 से) यह साल के सभी दिन और चौबीसों घंटे (24x7x365) चालू रहती है।