अब बैंक अकाउंट खुलवाना हो या डीमैट अकाउंट खुलवाना हो तो पैन कार्ड की आवश्यकता पड़ती है। महंगी प्रॉपर्टी या ज्वैलरी सौदों के लिए भी पैन कार्ड नंबर देना पड़ता है। बैंक लोन, क्रेडिट कार्ड के लिए भी पैन कार्ड नंबर लगता है। विदेश जाने के लिए वीजा बनवाने में भी पैन कार्ड की जरूरत पड़ती है। इस लेख में हम जानेंगे कि पैन कार्ड के उपयोग क्या होते हैं? साथ ही हम यह भी जानेंगे कि पैन कार्ड कौन बनवा सकता है और इसके लिए, कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है?
What are the uses of PAN cards in Hindi?
पैन कार्ड के उपयोग | The Uses of PAN Card
भारत में पैन कार्ड को निम्नलिखित कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है-
इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने में PAN नंबर की जरूरत पड़ती है
इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने के लिए, पैन नंबर नंबर का होना जरूरी है। इनकम रिटर्न फॉर्म में, आपको अपनी साल भर की आमदनी और टैक्स भुगतानों का विवरण देना पड़ता है। यह सारे विवरण आपके इनकम टैक्स अकाउंट में दर्ज होते हैं, जोकि PAN नंबर से ही संबंधित होता है। जो लोग टैक्स चुकाते हैं या जिनका TDS कटता है उन्हें इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करना अनिवार्य है। लेकिन जिसका टैक्स नहीं भी कटता है वह भी अपनी इच्छा से, इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल कर सकता है।
बैंक अकाउंट खुलवाने और ज्यादा पैसा जमा करने में PAN जरूरी
बेसिक टाइप के जीरो बैलेंस वाले बैंक अकाउंट को छोड़कर, किसी भी तरह के बैंक अकाउंट के लिए पैन कार्ड आवश्यक होता है। savings account (बचत खाता) या current account (चालू खाता), दोनों तरह के बैंक अकाउंट को खुलवाने में पैन कार्ड जरूरी होता है।
- सेविंग अकाउंट में आप अपनी आगे की जरूरतों के लिए पैसा जमा करके रखते हैं। इसकी जमा पर बैंक आपको ब्याज भी देता है। लेकिन, इसमें हर महीने अधिकतम लेन-देन (number of transactions) की संख्या सीमित होती है।
- करंट अकाउंट, बिजनेस संबंधी लेन-देनों की जरूरतों के हिसाब से होता है। इसमें रोज कितने भी लेन-देन किए जा सकते हैं। लेकिन, इसमें जमा पैसों पर बैंक ब्याज नही देता।
50 हजार से ज्यादा जमा करने पर: भी बैंक अकाउंट में अगर आप 50 हजार रुपए से ज्यादा जमा करना चाहते हैं तो उसके लिए भी पैन कार्ड डिटेल्स देने आवश्यक हैं। इसी तरह, अगर आप अगर 50 हजार रुपए से अधिक का होटल बिल का भुगतान करते हैं तो भी अपने पैन डिटेल्स देना जरूरी होता है।
फिक्स डिपॉजिट (FD) या अन्य किसी जमा खाता खोलने के लिए जरूरी
अगर आप, 50 हजार रुपए से ज्यादा का एफडी अकाउंट (Fixed Deposits) खुलवाना चाहते हैं तो भी आपको अकाउंट खुलवाते समय अपने पैन कार्ड के डिटेल्स देने पड़ते हैं। बैंक में जमा पैसों पर 40 हजार रुपए से ज्यादा ब्याज मिलने पर 10 % TDS (Tax Deductible at Source) काटने का नियम है।
हालांकि, अगर उस ब्याज को मिलाकर भी अगर आपकी सालाना आमदनी इतनी ज्यादा नहीं है कि उस पर टैक्स देनदारी बने, तो फिर आप अपनी ब्याज पर TDS कटौती रुकवा भी सकते हैं। इसके लिए आपको फॉर्म वित्त वर्ष की शुरुआत में फॉर्म 15 G जमा करना पड़ता है। 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को इसी काम के फॉर्म 15 H जमा करना पड़ता है।
क्रेडिट कार्ड या बैंक लोन लेने के लिए आवेदन करते समय PAN नंबर जरूरी
अगर आप किसी बैंक या वित्तीय संस्थान के पास लोन के लिए आवेदन करते हैं तो आपको लोन एप्लीकेशन मैं अपने पैन नंबर भी दर्ज करना पड़ता है। होम लोन, बिजनेस लोन, एजुकेशन लोन या पर्सनल लोन संबंधी मामलों में, सब में आपके PAN कार्ड डिटेल्स देने की आवश्यकता पड़ती है।
दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) नें मनी लांडरिंग रोकने के लिए सभी बैंकों को अपने यहां होने वाले बड़े लेन-देनों की सूचना उनके पैन नंबर सहित, रिपोर्ट करना अनिवार्य कर रखा है।
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए भी PAN नंबर देना पड़ता है
अगर आप शेयर बाजार में 50 हजार रुपए से अधिक निवेश (investment) करते हैं तो भी PAN card details देना अनिवार्य होता है। म्यूच्यूअल फंड्स, बांड्स और डिबेंचर्स में निवेश पर भी यह प्रतिबंध लागू होता है।
दरअसल, शेयर बाजार में निवेश की प्रक्रिया डीमैट अकाउंट ( demat account) के माध्यम से होती है। और शेयर बाजार में कारोबार के लिए नियम बनाने वाली संस्था SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने demat account खुलवाने के लिए original PAN card प्रस्तुत करना अनिवार्य कर दिया है।
अगर एक से अधिक लोग मिलकर संयुक्त रूप से डीमैट अकाउंट (Joint Demat account) खुलवाना चाहते हैं तो सभी साझा खाताधारकों को अपने-अपने पैन कार्ड डिटेल्स देना होता है।
बड़ी कीमत का बीमा कराने में भी PAN कार्ड डीटेल्स देने पड़ते हैं
अगर आप ऐसी बीमा पॉलिसी खरीदते हैं, जिसके लिए आपको हर साल 50 हजार रुपए से अधिक प्रीमियम चुकाना पड़े, तो भी आपको अपने PAN card details देने आवश्यक हैं। ऐसा बीमा खरीदते समय आपको अपने पैन कार्ड की कॉपी भी जमा करनी पड़ती है।
सभी तरह की जीवन बीमा पलिसियों, जैसे कि टर्म इंश्योरेंस प्लान, यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP), रिटायरमेंट & पेंशन प्लान, यूनिट लिंक्ड चाइल्ड प्लान & हेल्थ प्लान, एंडोवमेंट प्लान, मनी बैक प्लान, होल लाइफ प्लान वगैरह, सबके मामलों में यह शर्त लागू होती है।
कार या बड़ी गाड़ी के लिए भी PAN कार्ड नंबर जरूरी
अगर आप 5 लाख रुपए से अधिक कीमत की कार या मोटर वाहन खरीदते हैं तो आपको Identity proof, Address proof, Income proof के अलावा अपने पैन कार्ड के डिटेल्स देने पड़ते हैं। इसी तरह बड़ी कीमत के वाहन बेचने के लिए भी आपको गाड़ी के कागजात और केवाईसी डॉक्यूमेंट्स के साथ-साथ अपने पैन कार्ड के डिटेल्स देने की जरूरत पड़ती है।
महंगी ज्वैलरी खरीदने में भी PAN कार्ड नंबर देना पड़ता है
अगर आप 2 लाख रुपए से अधिक कीमत के गहने खरीदते हैं तो भी आपको अपने PAN card details देने की जरूरत पड़ती है। कैश या कार्ड किसी भी माध्यम से खरीद करने पर यह प्रतिबंध लागू होता है। सोना, चांदी या कीमती gems और stones से बने गहनों के मामलों में। 2016 के पहले 5 लाख रुपयों से अधिक कीमत के गहनों की खरीद पर PAN details देना अनिवार्य था, जिसे 1 जनवरी 2016 से 2 लाख रुपए कर दिया गया।
विदेशी मुद्रा खरीदने के लिए PAN नंबर की जरूरत
अगर आप किसी दूसरे देश की यात्रा पर जाते हैं तो आपको वहां पर खर्च करने के लिए, उस देश की मुद्रा की जरूरत पड़ती है। भारतीय रुपयों को दूसरे देश की मुद्रा में बदलने के लिए आपको अपने पैन कार्ड संबंधित डिटेल भी देने पड़ते हैं। इस काम के लिए अधिकृत मनी एक्सचेंज ब्यूरो या बैंक आपको यह सुविधा देने के लिए आपका पैन नंबर भी मांगेगा। इसी तरह, अगर आपको कहीं से विदेशी मुद्रा में आमदनी हो रही हो या पैसे मंगाने हो तो भी पैन नंबर देना पड़ता है।
महंगी प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने के लिए PAN नंबर की जरूरत
भारत में 5 लाख रुपए से अधिक कीमत की प्रॉपर्टी (plot या flat या मकान, दुकान, बिल्डिंग वगैरह) खरीदने बेचने या किराए पर देने के लिए अब पैन कार्ड नंबर देना भी जरूरी हो गया है। प्रॉपर्टी संबंधित सौदों में जो sales deed तैयार की जाती है, उसमें प्रॉपर्टी खरीदने वाले (buyer) और बेचने वाले (Seller) दोनों के पैन कार्ड संबंधी डिटेल दर्ज किए जाते हैं।
बड़ी पुरस्कार राशि प्राप्त करने पर भी PAN नंबर देना पड़ता है
अगर आप, खेल क्षेत्र से संबंधित हैं और किसी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय ( National and/or International level ) प्रतियोगिता में आप 1 लाख रुपए या इससे बड़ी पुरस्कार राशि (cash rewards) प्राप्त करते हैं, तो उसे पाने के लिए भी आपको अपना PAN card details देना अनिवार्य होता है।
इसी तरह टीवी चैनलों होने वाले रियलिटी शो , क्विज कार्यक्रम वगैरह के विजेताओं को मिलने वाली पुरस्कार राशि में से भी टीडीएस काटा जाता है। जिसका विवरण आपके टैक्स अकाउंट में दर्ज होता है। यानी कि वहां भी आपको पैन नंबर डिटेल्स देने की आवश्यकता पड़ती है।
पहचान प्रमाण के रूप में मान्य डॉक्यूमेंट होता है PAN कार्ड
आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, बिजली कनेक्शन, या अन्य किसी सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन करने में, ट्रेन या हवाई जहाज में सफर करने में आपको पहचान प्रमाण (Valid Identity Proof) देने की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए भी PAN card को प्रामाणिक पहचान प्रमाण के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।