पोस्ट ऑफिस की मासिक आय योजना (Post Office Monthly Income Scheme) और स्टेट बैंक की मासिक आय योजना (SBI Annuity Deposit Scheme) की मदद से आप अपने लिए हर महीने आमदनी का इंतजाम कर सकते हैं। हमारे कई पाठकों ने जानना चाहा था कि दोनों में किस स्कीम में पैसा लगाना ज्यादा बेहतर रहेगा। Which scheme is better to invest. इस लेख में हम आपके इस प्रश्न का उत्तर देंगे। और यह भी समझाएंगे कि किस तरह की जरूरत के लिए कौन सी स्कीम ज्यादा अच्छी रहती है।
SBI Monthly Income Scheme और पोस्ट ऑफिस मंथली स्कीम में बेहतर कौन
दोनों स्कीमों के बीच तुलना करने से पहले, अलग-अलग दोनों स्कीमों की खासियतें जान लेते हैं।
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना की मुख्य विशेषताएं
5 साल तक के लिए खुलता है खाता: पोस्ट ऑफिस मासिक आय स्कीम का अकाउंट 5 साल के लिए खुलता है। इसमें आपको एक बार में बड़ी रकम जमा करनी पड़ती है। उसके बदले में आपको हर महीने ब्याज के रूप में आमदनी मिलती रहती है। आपका शुरुआत में जमा रकम पूरी तरह बची रहती है और 5 साल बाद वह पैसा भी वापस मिल जाता है।
जमा सीमा और ब्याज दर: अकेले व्यक्ति का अकाउंट होने पर 4.5 लाख रुपए और 2 लोगों का संयुक्त खाता (Joint Account) होने पर 9 लाख रुपए तक जमा किए जा सकते हैं। फिलहाल (अप्रैल 2023 से जून 2023 में) पोस्ट ऑफिस मासिक आय स्कीम में 7.40% ब्याज मिलती है।
बीच में खाता बंद करने की सुविधा:अकाउंट खुलने के 1 साल बाद आप, जरूरत पड़ने पर बीच में भी अकाउंट बंद कर सकते हैं। लेकिन, ऐसा करने पर आपको कुछ पैसा काटकर के पैसा वापस दिया जाता है। ये कटौती इस प्रकार होती है-
- 1 साल से 3 साल के बीच में अकाउंट बंद करने पर आपको मूलधन (शुरुआती जमा रकम) में 2% की कटौती करके पैसा वापस मिलता है।
- 3 साल से 5 साल के बीच में अकाउंट बंद करने पर आपको मूलधन (शुरुआती जमा रकम) में 1% की कटौती करके पैसा वापस मिलता है।
SBI की एन्युटी डिपॉजिट स्कीम की विशेषताएं
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की Annuity Deposit Scheme, आपको हर महीने आमदनी प्राप्त करने की सुविधा देती है। इसमें आपको एकसाथ एक बड़ी रकम जमा करनी पड़ती है। उसके बदले में आपको हर महीने एक बराबर-बराबर किस्तों में पैसा वापस मिलता है। हर महीने आपको जो किस्त मिलती है, उसमें आपके जमा किए गए पैसे (मूलधन) और ब्याज दोनों का थोड़ा-थोड़ा हिस्सा शामिल होता है।
3 साल से लेकर 10 साल तक के लिए जमा कर सकते हैं पैसा
SBI Annuity Deposit Scheme में आप नीचे बताई गई चार में से किसी एक समय-सीमा तक के लिए पैसे जमा कर सकते हैं-
- 36 महीने के लिए (3 साल)
- 60 महीने के लिए (5 साल)
- 84 महीने के लिए (7 साल)
- 120 महीने के लिए (10 साल)
कम से कम 1000 रुपए हर महीने आपको मिलते हैं
SBI Annuity Deposit Scheme में आपको कम से कम इतना पैसा जमा करना जरूरी है कि आपने जो अवधि चुनी है, उस अवधि तक आपको हर महीने कम से कम 1000 रुपए मिल सकें।
उदाहरण के लिए, अगर आप 3 साल के लिए पैसा जमा करते हैं तो 36 महीनों के लिए कम से कम 1000 रुपए महीने के हिसाब से 36,000 जमा करने आवश्यक हैं। इसी तरह 5 साल के लिए 60 हजार, 7 साल के लिए 84 हजार और 10 साल के लिए कम से कम 1 लाख 20 हजार रुपए जमा करने आवश्यक हैं।
अधिकतम कितनी भी बड़ी रकम जमा कर सकते हैं
SBI Annuity Deposit Scheme में आप चाहे जितना पैसा एकमुश्त जमा कर सकते हैं। आप जितना ज्यादा पैसा जमा करेंगे, उतनी ज्यादा रकम की किस्त आपको मिलेगी। हालांकि, यहां आपके सेविंग अकाउंट की Fund Transfer लिमिट का ध्यान जरूर रखना होगा।
बीच में पैसा निकालने की अनुमति
किसी अनिवार्य प्रकार की जरूरत पड़ने पर पैसा बीच में भी निकाला जा सकता है। लेकिन, किसी भी एक अकाउंट से अधिकतम सिर्फ 15 लाख रुपए तक ही निकालने की अनुमति है। 15 लाख से अधिक जो रकम होगी, वह जमा रहेगी और उसके बदले में निर्धारित अवधि तक उसके बदले में मासिक किस्तें मिलती रहेंगी।
हालांकि, बीच में पैसा निकालने पर, पेनाल्टी कटती है। 5 लाख रुपए से कम की रकम निकालने पर आधा प्रतिशत (0.50%) ब्याज काटकर पैसा वापस मिलता है। जबकि, 5 लाख रुपए से अधिक की रकम बीच में निकालने पर 1 % ब्याज काटकर पैसा वापस मिलता है। अगर खाताधारक (depositor) की मौत हो जाती है तो फिर, उसके नोमिनी को पूरी जमा रकम निकालने का अधिकार होता है।
एफडी के हिसाब से मिलती है ब्याज
SBI की एन्युटी डिपॉजिट स्कीम पर आपको उतना ही ब्याज मिलता है, जितना कि बैंक की एफडी स्कीम पर उस समय लागू होगा। फिलहाल SBI की FD स्कीमों पर ब्याज दरें निम्नलिखित हैं-
जमा अवधि (Deposit Tenure) | 60 वर्ष से कम उम्र वालों के लिए | 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों के लिए |
1 साल से 2 साल तक | 6.80 | 7.30 |
2 से 3 साल तक | 7.00 | 7.50 |
3 से 5 साल तक | 6.50 | 7.00 |
5 से 10 साल तक | 6.50 | 7.50@ |
400 दिनों की अमृत कलश स्कीम | 7.10 | 7.60 |
अकाउंट खोलते समय, जो भी ब्याज दर होगी, वह आपको योजना की अवधि तक मिलती रहेगी। बीच में ब्याज दरों में बदलाव होने पर भी, पहले से खुली एन्युटी डिपॉजिट स्कीम की ब्याज दर में कोई परिवर्तन नहीं होता।
नोमिनी भी नियुक्त कर सकते हैं
SBI एन्युटी डिपॉजिट स्कीम में आपको अपने अकाउंट का नोमिनी बनाने की भी सुविधा मिलती है। बीच में अकाउंट धारक की मौत होने पर, अकाउंट का पैसा पाने का अधिकार नोमिनी को होता है।
ओवरड्राफ्ट या लोन की सुविधा
कुछ विशेष परिस्थितियों में एसबीआई एन्युटी डिपॉजिट से ओवरड्रॉफ्ट या लोन लेने की भी सुविधा होती है। आपके अकाउंट में उस समय जितना बैलेंस मौजूद होगा, उसका 75% तक लोन आप ले सकते हैं।
किस स्कीम में ज्यादा फायदा है? Which is better Scheme
SBI की एन्युटी डिपॉजिट स्कीम और पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम में कौन सी स्कीम ज्यादा बेहतर है, इस बात का डायरेक्ट कोई फैसला नहींं किया जा सकता। वास्तव में यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको पैसा जमा करने के बाद वापस पाने की जरूरत कैसी है। किस तरह की स्थिति में कौन सी स्कीम आपके लिए बेहतर रहेगी, आइए समझते हैं-
ब्याज और रिटर्न के मामले में पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना बेहतर है
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना पर फिलहाल ब्याज दर 7.4 % है। जबकि SBI की 5 वर्षीय एन्युटी डिपॉजिट स्कीम पर ब्याज दर 6.50% ही मिलती है। सीनियर सिटिजन के लिए भी अधिकतम 7.0% ब्याज मिलती है। मतलब यह कि पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना में आपको ज्यादा ब्याज मिलती है और आखिर तक में जो कुल पैसा वापस मिलता है, वह एसबीआई एन्युटी स्कीम से कही ज्यादा होता है।
हर महीने पैसों की जरूरत है तो एसबीआई की एन्युटी डिपॉजिट स्कीम बेहतर है
पोस्ट ऑफिस की जो मासिक आय योजना है, उसमें आपको हर महीने सिर्फ ब्याज का पैसा वापस मिलता है। जो रकम आपने जमा की है, वह अंत तक वैसी की वैसी बनी रहती है। 5 साल बाद आपकी जमा वाली पूरी रकम वापस भी मिल जाती है। जबकि, एसबीआई की एन्युटी डिपॉजिट स्कीम में आपको ब्याज के साथ-साथ मूल धन का पैसा भी बराबर-बराबर हिस्सों में बंटकर वापस मिलता है। जाहिर है कि इसमें आपको किस्त ज्यादा पैसों की मिलेगी।
एसबीआई की एन्युटी डिपॉजिट स्कीम में जमा लिमिट भी ज्यादा है
पोस्ट ऑफिस की मासिक आय योजना में आप अधिकतम 4.5 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं। दो लोग मिलकर संयुक्त खाता खुलवाते हैं तो 9 लाख रुपए तक जमा कर सकते है। लेकिन एसबीआई की एन्युटी स्कीम में ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं है। आप जितना चाहे उतना पैसा जमा कर सकते हैं और हर महीने उसका ब्याज और मूलधन का हिस्सा प्राप्त करते रह सकते हैं।
ज्यादा लंबे समय तक मासिक किस्तें चाहिए तो भी एसबीआई की स्कीम बेहतर
पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम में 5 साल तक के लिए पैसा जमा होता है। यानी कि हर महीने ब्याज की किस्तें भी आपको 5 साल तक ही मिलेंगी। 5 साल से ज्यादा समय तक मासिक आमदनी चाहिए तो फिर आपको एसबीआई एन्युटी डिपॉजिट स्कीम का सहारा लेना होगा। क्योंकि इसमें आपको 3 साल से 10 साल तक पैसा जमा रखने की छूट होती है।
जरूरत पर लोन की सुविधा भी सिर्फ एसबीआई एन्युटी डिपॉजिट स्कीम में है
एसबीआई की एन्युटी डिपॉजिट स्कीम में लोन लेने की सुविधा भी मिलती है। अपने अकाउंट में मौजूद बैलेंस का 75% तक आप लोन या ओवरड्रॉफ्ट के रूप में ले सकते हैं। लेकिन पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में ऐसी कोई सुविधा नहीं मिलती। हालांकि वहां बीच में अकाउंट बंद करने के विकल्प होते हैं। आप 1 साल बाद किसी विशेष जरूरत पर अपने अकाउंट को बंद करके पैसा वापस पा सकते हैं।