आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में, अपनी बेटी के नाम सुकन्या समृद्धि योजना का अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसमें थोड़ा-थोड़ा पैसे जमा करके आप 1.35 लाख रुपए से लेकर, 67 लाख रुपए तक इकट्ठा रकम वापस पा सकते हैं।
इस लेख में हम जानेंगे कि सुकन्या समृद्धि अकाउंट का बैलेंस कैसे चेक करें? ऑनलाइन कैसे कर सकते हैं और ऑफलाइन कैसे ? How to Check Sukanya Samriddhi Account Balance onlime in Hindi?
ध्यान दें: ज्यादातर बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंक, सुकन्या समृद्धि अकाउंट में ऑनलाइन पैसा जमा करने की सुविधा देते हैं। जैसे कि पोस्ट ऑफिस पेमेंट बैंक, SBI, PNB, BOB, ICICI, HDFC, AXIS बैंक वगैरह। इनमें से कई ऑनलाइन बैलेंस चेक करने की भी सुविधा देते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट का बैलेंस कैसे चेक करें
आप जिस भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में, सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट खुलवाते हैं, वहां उसे आपके सेविंग अकाउंट के साथ लिंक कर दिया जाता है। यानी कि आप अपने सेविंग अकाउंट का बैलेंस चेक करते समय ही सुकन्या समृद्धि अकाउंट का बैलेंस भी चेक कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, नीचे हम SBI के सु्कन्या समृद्धि अकाउंट का बैलेंस चेक करने का ऑनलाइन तरीका बता रहे हैं-
- स्टेप 1: अपने बैंक की नेटबैंकिंग सुविधा का इस्तेमाल करिए और Username और Password की मदद से, बैंक अकाउंट में लॉगिन करिए।
- स्टेप 2: जो डैशबोर्ड खुलता है, उसमें आपको अपने सभी मौजूदा अकाउंट्स के नंबरों की लिस्ट दिखेगी। जैसे कि सेविंग अकाउंट, पीपीएफ अकाउंट, सुकन्या समृद्धि अकाउंट वगैरह।
- बायीं तरफ Account Statement के ऑप्शन पर क्लिक करेंगे तो भी सभी अकाउंट्स की लिस्ट दिख जाएगी।
- स्टेप 3: सुकन्या समृद्धि अकाउंट नंबर पर क्लिक करेंगे तो स्क्रीन पर उसका मौजूदा बैलेंस दिखने लगेगा।
यहां आपके सुकन्या समृद्धि अकाउंट में पिछले 10 लेन-देन (Last 10 Transactions) देखने की भी सुविधा होती है। पिछले किसी भी वित्तीय वर्ष (Financial Year) के अंत में मौजूद रहे बैलेंस देखने का भी ऑप्शन होता है। आप इसे MS Excel Format में या PDF Format में डाउनलोड भी कर सकते हैं।
सुकन्या योजना की पासबुक को अपडेट कराकर भी चेक कर सकते हैं बैलेंस
बैंक हो पोस्ट ऑफिस, जहां भी आप सुकन्या समृद्धि अकाउंट खुलवाते हैं, वहां इसके साथ में अकाउंट पासबुक भी मिलती है।उस पासबुक में खाताधारक लड़की और उसके अभिभावक (Guardian) के नाम, पता वगैरह दर्ज होते ही हैं। साथ ही आपकी ओर से जमा की गई रकम भी तारीख के साथ दर्ज कर दी जाती है। आप जैसे-जैसे पैसा जमा करते जाते हैं, वह सब आपके अकाउंट में रिकॉर्ड होता रहता है। जब आप पासबुक अपडेट कराते हैं, तो आपको पिछली सभी जमाओं के साथ-साथ अकाउंट में अब तक पहुंचे बैलेंस के बारे में भी जानकारी मिल जाती है।
सुकन्या अकाउंट का बैंलेंस चेक करने के फायदे
- सरकार, सुकन्या समृद्धि अकाउंट में जमा पर Section 80 C के तहत टैक्स छूट देती है। अगर आप इसकी टैक्स छूट को लेना चाहते हैं तो रिटर्न दाखिल करते समय अपने टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट्स के बारे में बताना पड़ता है।
- सुकन्या समृद्धि अकाउंट में किसी एक साल के दौरान, अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक ही जमा हो सकते हैं। हर साल लिमिट के भीतर जमा रखने के लिए भी बैलेंस चेक करने की जरूरत पड़ सकती है।
- सुकन्या समृद्धि अकाउंट में शुरुआती 15 साल तक पैसा जमा कर सकते हैं। अगर आपने इसके लिए पहले से कोई टोटल रकम तय कर रखी है तो भी उसे पक्का समझने के लिए बैलेंस चेक कर लेना ठीक रहता है।
पैसा ऑनलाइन जमा तो कर सकते हैं, निकाल नहीं सकते
आप, अपने बैंक अकाउंट की इंटरनेट बैंकिंग की मदद से, सुकन्या समृद्धि अकाउंट में पैसा जमा कर सकते हैं। इसके लिए, Standing Instructions देकर किस निश्चित अंतराल पर पैसा कटवाने के निर्देश भी दे सकते हैं। बैंक ब्रांच में भी जाकर Standing Instructions की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। लेकिन, ऑनलाइन पैसे निकालने की सुविधा नहीं होती।
ऑनलाइन अकाउंट खोलने की सुविधा नहीं
फिलहाल कोई भी बैंक या पोस्ट ऑफिस, ऑनलाइन सुकन्या समृद्धि अकाउंट खोलने की सुविधा नहीं दे रहा है। कुछ बड़े बैंक अपनी वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म भरने की सुविधा जरूर देते हैं, लेकिन उस भरे हुए फॉर्म को भी जमा करने के लिए आपको बैंक ब्रांंच ही पड़ता है।
सुकन्या समृद्धि योजना खाता की मुख्य विशेषताएं
- 10 साल से कम उम्र की लड़कियों के लिए, उनके माता-पिता या कानूनी अभिभावक, सुकन्या समृद्धि अकाउंट खुलवा सकते हैं।
- डाकघर या बैंक में सुकन्या समृद्धि योजना का अकाउंट खोल सकते हैं। इसमें हर साल कम से कम 250 रुपए जमा करना जरूरी है। किसी एक साल में ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं।
- एक माता-पिता की ज्यादा से ज्यादा 2 लड़कियों के लिए, यह अकाउंट खुलवाने की छूट है। लेकिन, दूसरी लड़की के जुड़वा पैदा होने की स्थिति में तीसरी लड़की के लिए भी अकाउंट खुलवाया जा सकता है।
- शुरुआत के सिर्फ 15 साल तक पैसा जमाकरना पड़ता है। उसके बाद अगले 6 साल तक आपके खाते में ब्याज जुड़ती रहती है। 21 साल के बाद जमा व ब्याज सहित पूरा पैसा वापस मिल जाता है। बीच की अवधि (15 वें से 21वें साल तक) के दौरान भी ब्याज जुड़ता रहता है।
- लड़की की शादी 18 वर्ष की उम्र में होने पर मेच्योरिटी के पहले भी पैसा निकाला जा सकता है। बीच में कुछ विशेष परिस्थितियों में ही पैसा निकालने की अनुमति होती है, जैसे कि
- खातधारक लड़की को जानलेवा बीमारी होने पर
- खाताधारक लड़की की मौत हो जाने पर
- अकाउंट का संचालन करने वाले अभिभावक की मौत पर
- सुकन्या समृद्धि अकाउंट में जमा पर Section 80C के तहत, हर साल 1.5 लाख पर टैक्स छूट मिलती है। इसकी ब्याज और मेच्योरिटी रकम पर भी टैक्स छूट मिलती है।
आखिर में लड़की को मिलता है पूरा पैसा: जिस लड़की के नाम अकाउंट खुला है, उसके वयस्क हो जाने पर, यानी कि 18 वर्ष की उम्र पूरी कर लेने पर, सुकन्या समृद्धि अकाउंट उसके नाम हो जाता है। उस लड़की के केवाईसी डॉक्यूमेंट्स (फोटो, पहचान प्रमाण, पता प्रमाण वगैरह) नए सिरे से उस बैंक या पोस्ट ऑफिस में जमा करने पड़ते हैं, जहां पर उसका अकाउंट है। अकाउंट की मेच्योरिटी पूरी होने पर अकाउंट का पूरा पैसा भी लड़की के ही सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है।