भारत सरकार की वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior Citizen Saving Scheme) बुजुर्गों के लिए सबसे अच्छी सरकारी सेविंग स्कीम मानी जाती है। यह आपको अपनी जमा के बदले में हर तिमाही (Quarter) पर, एक निश्चित आमदनी प्राप्त करने की सुविधा देती है। पोस्ट ऑफिस या बैंक में इसका खाता खुलवाया जा सकता है। सबसे अच्छी ब्याज दर और सबसे अच्छी टैक्स छूट के कारण, यह बहुत लोकप्रिय भी है।
इतनी अच्छाइयों के बावजूद, फाइनेंस एक्सपर्ट, इसे निवेश के हिसाब से बहुत अच्छा विकल्प नहीं मानते। इसके पीछे वे इसकी कुछ कमियों का उल्लेख करते हैं। इस लेख में हम इन कमियों को बताते हुए, यह समझेंगे कि वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के नुकसान क्या-क्या हैं?
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के नुकसान
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की निम्नलिखित कमियां, इसके नुकसान के रूप में बताई जाती हैं-
1-खाता खोलने में उम्र सीमा का प्रतिबंध
60 साल से कम उम्र के लोग वरिष्ठ नागरिक बचत योजना का खाता नहीं खुलवा सकते हैं। इसे सिर्फ 60 साल से अधिक उम्र के भारतीय नागरिक ही खुलवा सकते हैं। हालांकि, सरकारी नौकरी से रिटायरमेंट लेने वाले 55 साल की उम्र के बाद भी यह खाता खुलवा सकते हैं। इसी तरह, डिफेंस सर्विस से रिटायरमेंट लेने वाले, 50 साल की उम्र पूरी होने पर भी यह खाता खुलवा सकते हैं। लेकिन, इनसे कम उम्र के लोग इस योजना का फायदा नहीं ले सकते। विदेशी नागरिकों को भी यह अकाउंट खुलवाने की अनुमति नहीं है।
2-जीवनसाथी के अलावा, किसी दूसरे के साथ साझा अकाउंट नहीं
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के अकाउंट में आप, अपनी पत्नी या पति के अलावा किसी को साझा खातेदार (Joint Account Holder) नहीं बना सकते। यानी कि अगर आप अपने बेटे-बेटी या भाई-बहन को खाते में साझीदार नहीं बना सकते हैं। यानी कि बढ़ती उम्र के बावजूद, आपको अपने अकाउंट संबंधी कामों को खुद ही निपटाना होगा। हालांकि, यह नियम दूसरी तरफ से आपकी मदद भी करता है, क्योंकि आपके घर या परिवार का कोई व्यक्ति आपके पैसे निकाल नहीं सकेगा।
3-बाजार में ज्यादा रिटर्न देने वाले विकल्प भी मौजूद
सरकार इस समय (November 2023 में) वरिष्ठ नागरिक योजना पर 8.2% सालाना के हिसाब से ब्याज दे रही है। खाता खुलवाते समय जितनी ब्याज दर, होती है, वह अगले पूरे 5 साल तक वह ब्याज दर लागू रहती है। यह किसी भी सरकारी बचत योजना से अधिक भी है। लेकिन, जो लोग निवेश के बारे में थोड़ा ठीक-ठाक जानकारी रखते हैं, उनके लिए मार्केट में कई अन्य बेहतर रिटर्न देने वाले विकल्प मौजूद हैं। उदाहरण के लिए, म्यूचुअल फंड्स में लंबे समय के निवेश पर 12 से 18 प्रतिशत तक रिटर्न मिल जाता है। हालांकि इनमें रिस्क भी रहता है।
4-तीस लाख रुपए से अधिक जमा नहीं कर सकते
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में, अधिकतम 30 लाख रुपए तक ही जमा किए जा सकते हैं। यहां तक कि अगर आप एक से अधिक अकाउंट भी खुलवा लेते हैं तो सभी खातों को मिलाकर भी 30 लाख से ज्यादा जमा नहीं कर सकते। अब अगर आपको रिटायरमेंट के बाद, या बिजनेस आमदनी के रूप में 30 लाख से अधिक की रकम प्राप्त हुई है तो क्या करेंगे। ऐसे में आपको बाकी पैसों को निवेश के अन्य तरीके इस्तेमाल करने पड़ेंगे।
5-निवेश की अवधि भी सीमित होती है
अगर कोई व्यक्ति 10-20 साल या इससे अधिक अवधि के लिए, निवेश करना चाहता है तो वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के प्रतिबंध इसकी इजाजत नहीं देते। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में, आप 5 साल के लिए पैसा जमा कर सकते हैं। मेच्योरिटी पूरी होने के बाद, अगर उस अकाउंट को आगे बढ़वाना चाहें तो अगले 3 साल के लिए, उसे आगे भी बढ़वा सकते हैं। ये अवधि-विस्तार (extension) भी सिर्फ एक बार ही कराया जा सकता है।
इस तरह आप अधिकतम 8 साल तक अकाउंट को जारी रख सकते हैं। हालांकि, आप चाहें तो दोबारा नए सिरे से, इस स्कीम का अकाउंट खुलवाकर, इसके फायदे लेना जारी रख सकते हैं।
6-बीच में पैसे निकालने पर, ब्याज कट जाती है
अगर कोई जरूरी काम पड़ने पर आप वरिष्ठ नागरिक बचत योजना का अकाउंट, बीच में बंद करते हैं तो ब्याज में कटौती करके पैसा वापस मिलता है। जैसे कि-
- 1 साल के पहले अकाउंट बंद करने पर, आपको कोई ब्याज नहीं मिलेगी। जो ब्याज अब तक मिल चुकी होगी, वह आपकी जमा रकम में से काट ली जाएगी।
- 1 से 2 साल के बीच में अकाउंट बंद कराने पर, आपकी जमा रकम (principal amount) का 1.5 % काटकर पैसा वापस किया जाएगा।
- 2 से 5 साल के बीच में खाता बंद कराने पर, आपकी जमा रकम का 1 % काटकर के पैसा वापस किया जाएगा।
7. पचास हजार से अधिक ब्याज पर TDS कट जाता है
अगर आपकी जमा रकम पर, एक वित्तीय वर्ष में 50 हजार रुपए से अधिक ब्याज मिलता है तो उस पर 10% TDS कट जाता है। ये TDS, ब्याज की पूरी रकम पर कटता है। हालांकि, फॉर्म 15H जमा करके टीडीएस कटौती को रोका जा सकता है। इसके अलावा भी, अगर आपकी साल भर की कुल कमाई टैक्स भरने लायक नहीं है तो कटे हुए TDS का रिफंड भी ले सकते हैं। लेकिन, कुल मिलाकर, ज्यादा आमदनी वाले बुजुर्गों के लिए, कुछ काम अनावश्यक बढ़ जाते हैं।
8. दूसरे के नाम ट्रांसफर नहीं कर सकते अकाउंट
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना का अकाउंट या उसका पैसा, किसी अन्य व्यक्ति के नाम ट्रांसफर नहीं किया जा सकता। अकाउंट खुलवाने के बाद, आगे कभी अगर आपको लगता है कि अपने पति या पत्नी या अन्य किसी पारिवारिक सदस्य के नाम अकाउंट कर दिया जाए तो ऐसा करने की गुंजाइश नहीं है।
9. महंगाई के हिसाब से आपके पैसों की कीमत नहीं बढ़ती
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में जमा रकम के बदले में आपको जो रिटर्न मिलता है, वह बढ़ती महंगाई के हिसाब से नहीं होता। कहने के लिए आपकी जमा पर सालाना 8.2% के हिसाब से ब्याज मिलती है, लेकिन 5 साल में, जिस हिसाब से वस्तुओं के दाम बढ़ते हैं, उतना ज्यादा ब्याज से पैसा वापस नहीं मिल पा रहा है।
10.बीच में कुछ हिस्सा निकालने की सुविधा नहीं
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना का अकाउंट खुलने के बाद, कोई जरूरत पड़ने पर आप, जमा का कुछ हिस्सा नहीं निकाल सकते। आपके सामने सिर्फ एक ही विकल्प होता है कि अकाउंट बंद करवा दें और पूरा पैसा वापस ले लें। ऐसा करने पर आपको पेनाल्टी काटकर ही पैसा वापस किया जाता है। पेनाल्टी काटने के नियम हम 6 नंबर पर बताए गए नुकसान में बता चुके हैं।
तो दोस्तों ये थी, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के नुकसान के बारे में जानकारी। अगर आप अपनी जमा के बदले में हर महीने आमदनी प्राप्त करना चाहते हैं तो डाकघर की मासिक आय योजना में पैसा जमा कर सकते हैं। डाकघर की 5 सबसे अच्छी ब्याज देने वाली योजनाओं के बारे में, हमने अलग से लेख तैयार किया है।