अब ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियां भी अपने ग्राहकों के लिए उधार खाता चलाने लगी हैं। यानी कि महीने भर, उधार में सामान खरीदते रहिए और अगले महीने, उसके बिल का भुगतान कर दीजिए। इस सर्विस को Buy Now Pay Later कहते हैं, जिसे कंपनियां अपने-अपने हिसाब से अलग-अलग नाम से उपलब्ध करा रही हैं। भारत में ऑनलाइन शॉपिंग की सेवा देने वाली प्रमुख कंपनी Flipkart यह सेवा Flipkart Pay Later के नाम से चलाती है।
इस लेख में हम जानेंगे कि Flipkart Pay Later क्या है? यह कैसे काम करती है और इसके क्या फायदे हैं? इसके बाद हम यह भी जानेंगे कि इसे अपने मोबाइल पर कैसे एक्टिवेट करें और कैसे इस्तेमाल करें? इसके बाद हम इस सेवा जुड़ी अन्य जरूरी जानकारियां भी साझा करेंगे।
फ्लिपकार्ड पे लेटर क्या है? What is Flipkart Pay Later?
Flipkart Pay Later ऐसी सेवा है, जोकि लोगों को एक निश्चित सीमा तक उधार खर्च करने की सुविधा उपलब्ध कराती है। किसी महीने में आप जितना भी खर्च करते हैं, उन सबको जोड़कर, अगले महीने की 1 तारीख को बिल आ आ जाता है। 5 तारीख तक उस बिल का पेमेंट करना पड़ता है। ऑनलाइन शॉपिंग के अलावा, आप इससे रोजमर्रा इस्तेमाल होने वाली सेवाओं के बिलों का पेमेंट भी कर सकते हैं। जैसे कि गैस, बिजली, डिश, postpaid वगैरह के बिलों का भुगतान।
भारत की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी Flipkart Private Limited की सहायक कंपनी Flipkart Advanz Services ने यह सेवा शुरू की है। इसे Flipcart App की मदद से इस्तेमाल किया जा सकता है। इस सेवा की अन्य विशेषताएं इस प्रकार हैं-
1 लाख रुपए तक की लिमिट: Flipkart Pay Later में ग्राहक के क्रेडिट स्कोर या फाइनेंशियल रिकॉर्ड के हिसाब से उधार रकम मिल जाती है। जो सीमा, आपके लिए निर्धारित होगी, उतना आप किसी एक महीने के भीतर, उधार खर्च कर सकते हैं। फिलहाल, इसकी अधिकतम सीमा 1 लाख रुपए तक है, लेकिन अलग-अलग कैटेगरी के ग्राहकों के लिए अलग-अलग हो सकती है। उदाहरण के लिए, किसी व्यक्ति को 2000 रुपए मिले हैं तो वह 2000 रुपए तक ही खर्च कर सकता है।
कोई डाउन पेमेंट नहीं चुकाना पड़ता: होमलोन या कार लोन की तरह, Flipkart Pay Later से उधार खरीदारी में आपको किसी तरह का down payment नहीं चुकाना पड़ता। आप एक भी पैसा चुकाए बिना कोई भी सामान खरीद सकते हैं या बिल का पेमेंट कर सकते हैं।
Myntra और Shopsy से खरीदारी में भी इस्तेमाल कर सकते हैं: Flipkart के अलावा Myntra, and Shopsy से खरीदारी करने आपको Flipkart Pay Later से पेमेंट का विकल्प मिलता है। इनकी वेबसाइटों या इनके एप पर कुछ चुने हुए products) की खरीदारी के लिए Flipkart Pay Later की सेवाएं मिल सकती हैं।
किस्तों (EMI) में चुकाने और Split Payment की सुविधा
अगर आप कोई ऐसी खरीदारी करना चाहते हैं, जिसका पूरा पेमेंट, आप तुरंत या अगले महीने की 5 तारीख तक नहीं कर सकते तो उसे किस्तों में भी चुका सकते हैं। इसके लिए आपको flipkart Pay later EMI का विकल्प सेलेक्ट करना होगा।
Split Payment की भी सुविधा कैसे काम करती है?: Flipkart Pay Later में आपको, Split Payment की सहूलियत भी मिल जाती है। इसमें आप सामान की कीमत में से कुछ हिस्से का भुगतान उसी समय या सामान डिलीवरी के समय कर सकते हैं। बाकी बचे हिस्से का भुगतान बाद में कर सकते हैं। बाद वाला पेमेंट भी आप चाहें तो अगले महीने कर सकते हैं या फिर चाहें तो EMI यानी कि किस्तों में भी कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, आपने कोई प्रोडक्ट खरीदने के लिए सेलेक्ट किया, जिसकी कीमत 15 हजार रुपए है। अब मान लेते हैं कि आपको Flipkart Pay Later की ओर से सिर्फ 10 हजार रुपए तक खर्च करने की लिमिट मिली है। ऐसी स्थिति में आप 10 हजार रुपए तक का पेमेंट अगले महीने कर सकते हैं या फिर या फिर किस्तों (EMI) में चुका सकते हैं। जो 5 हजार रुपए ज्यादा पड़ रहा है, उसे आपको खरीदारी के वक्त ही चुकाना पड़ेगा।
फ्लिपकार्ड पे लेटर का शुल्क (Usage Fees) क्या लगता है?
Flipkart Pay Later के माध्यम से 100 रुपए या इससे कम की खरीदारी करने पर आपको कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता। आपका बिल सिर्फ उतने रुपए का बनकर आएगा, जितने पैसों की आपने खरीदारी की होगी।
101 रुपए से 1000 रुपए तक के बिल पर 5 रुपए+GST (18%) का उपयोग शुल्क (Usage Fees) लगता है। 5 रुपए पर लगभग 1 रुपए का जीएसटी जुड़ जाता है। यानी कि 6 रुपए ज्यादा का बिल बनकर आएगा। उदाहरण के लिए, अक्टूबर में आपने 750 रुपए की खरीदारी की है तो 1 नवंबर को भेजा गया बिल 756 रुपए का होगा। 5 नवंबर तक इसका भुगतान (Payment) कर देना होगा।
1001 से 3000 रुपए तक के खर्च पर Usage Fees के रूप में 10 रुपए+GST (18%) GST चुकाना पड़ेगा। उदाहरण के लिए आपने किसी महीने में Flipkart Pay Later के माध्यम से 2340 रुपए खर्च किए हैं। इस पर अगले महीने की 1 तारीख को जो बिल आएगा, वह 2352 रुपए का होगा।
3000 रुपए से अधिक के खर्च पर Usage Fees के रूप में 15 रुपए+GST (18%) चुकाना पड़ेगा। उदाहरण के लिए आपने किसी महीने में Flipkart Pay Later के माध्यम से 9570 रुपए खर्च किए हैं। इस पर 1 तारीख को जो बिल आएगा, वह 9588 रुपए का होगा।
Flipkart Pay Later के उपयोग शुल्क (Usage Fees) को नीचे दी गई तालिका में, ज्यादा आसानी से समझा जा सकता है-
Flipkart Pay Later से महीने भर में किया गया खर्च | मासिक उपयोग शुल्क (Monthly Usage Fee) |
₹101 से ₹1,000 तक | ₹5+GST (18%)=₹6 |
₹1,001 से 3,000 तक | ₹10+GST (18%)=₹12 |
₹3,000 से अधिक | ₹15+GST (18%)=₹18 |
क्या हर खरीदारी या हर भुगतान पर शुल्क जुड़ता है?
नहीं, पूरे महीने की सारी खरीदारियों और सारे खर्चों के बिल के साथ सिर्फ एक बार शुल्क जुड़ता है। हर खरीदारी पर अलग-अलग नहीं लगता। उदाहरण के लिए, आपने किसी महीने के दौरान अपने फ्लिपकार्ट पे लेटर से कुल 4 चीजें खरीदी हैं और 3 बिल पेमेंट किए हैं। इन सभी 7 सौदों पर कुल 5468 रुपए खर्च किए हैं तो आपका बिल 5468 रुपए+18 रुपए GST यानी कि टोटल 5484 रुपए का आएगा।
ध्यान दें: ऊपर लिस्ट में दी गई शुल्क की सूची सिर्फ Pay Later limit usage के लिए है। EMI and Flipkart Smart Upgrade के तहत खरीदारी करने पर usage fee के रेट अलग होते हैं। उनके शुल्क का विवरण हम इसी लेख में, नीचे इन सेवाओं का परिचय देने के साथ देंगे।
ऑर्डर कैंसिल करने पर कीमत व शुल्क वापसी के नियम
अगर आप Flipkart Pay Later से कोई खरीदारी करने के बाद, वो पूरा ऑर्डर कैंसल कर देते हैं तो आपको पूरी कीमत वापस मिल जाएगी। उसके साथ कटी Usage Fees भी वापस हो जाएगी। पूरा पैसा आपके उसी अकाउंट में या कार्ड में वापस भेज दी जाएगी, जिससे पेमेंट किया गया था।
Usage Fees के मामले में यह ध्यान रखना होगा कि उस महीने का टोटल खर्च शून्य (Zero) होना चाहिए। क्योंकि अगर आपने किसी अन्य तरह के खर्च में Flipkart Pay Later का इस्तेमाल किया है तो उसका तो बिल बनेगा ही। और अगर 1 रुपए का भी बिल बना तो उस महीने का Usage Fees भी लगेगा।
कैंसल या रिटर्न करने का तरीका: Flipkart Pay Later की मदद से की गई किसी भी खरीदारी को cancel या return करने के लिए आपको फ्लिपकार्ड एप पर जाना होगा। एप को ओपन करने पर ‘My Orders’ सेक्शन में जाना होगा।
उसमें आपको हाल ही में की गई खरीदारियों के साथ cancel/return का ऑप्शन मिल जाता है। अगर आपने फ्लिपकार्ट की सहायक कंपनियों जैसे कि Myntra, Shopsy वगैरह पर खरीदारी की है तो वहां पर उनकी return/cancellation policies के हिसाब से कैंसिलेशन होगा।
Flipkart Pay Later के बिल का पेमेंट कैसे होता है?
Flipkart Pay Later को एक्टिवेट करते समय, जो मोबाइल नंबरऔर Email ID आपने डाला था, उसी पर आपका बिल भेजा जाता है। ये बिल Email या SMS के माध्यम से भेजा जाता है। उस बिल में, नीचे पेमेंट करने का ऑप्शन भी होता है। ध्यान रखें कि इस बिल का नकद भुगतान (COD) नहीं कर सकते।
फ्लिपकार्ट की वेबसाइट या एप पर My account सेक्शन में जाकर Flipkart Pay Later में भी इसे देख सकते हैं और पेमेंट के लिंक पर जाकर पेमेंट भी कर सकते हैं।आप उस बिल का भुगतान UPI, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेटबैंकिंग या wallets वगैरह से कर सकते हैं।
बिल पेमेंट में देरी करने पर पेनाल्टी क्या लगती है?
अगर आप समय पर (अगले महीने की 5 तारीख तक) अपने बिल का पेमेंट नहीं करते हैं तो बचे हुए पेमेंट ( outstanding due) पर 6%* प्रतिमाह के हिसाब से पेनाल्टी लगेगी। यानी कि अगर आपका 100 रुपए बाकी रह गया है तो उस पर 6 रुपए+GST की पेनाल्टी चुकानी पड़ेगी। अगर 1000 रुपए बाकी रह गया है ते उस पर 60 रुपए+GST पेनाल्टी जुड़ेगी। भारत में ऐसे पेमेंट पर GST 18 % के रेट से लगता है।
30 दिन से ज्यादा लेट करने पर बंद हो जाएगा अकाउंट: अगर आप Flipkart Pay Later का बिल पेमेंट करने में 30 दिन से ज्यादा देर करते हैं तो आपका Flipkart Pay Later and EMI account अकाउंट बंद हो जाएगा। इसके बाद आप www.flipkart.com, Flipkart Mobile apps, Flipkart mobile site और अन्य किसी वेबसाइट जोकि Flipkart Pay Later की सुविधा देती है, उस पर खरीदारी नहीं कर सकेंगे।
क्रेडिट स्कोर खराब हो जाएगा: Flipkart Pay Later की सुविधा जिस Financing Partner की ओर से दी जा रही है वह non-payment of the loan की रिपोर्ट क्रेडिट ब्यूरो को भेज देता है। इससे आपका क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर बहुत खराब हो जाएगा और आगे किसी अन्य तरह के लोन या क्रेडिट मिलने में दिक्कत हो सकती है।
कानूनी कार्रवाई और क्रेडिट स्कोर पर असर: बिल पेमेंट नह करने पर Financing Partner की ओर से आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई (Legal action ) की जा सकती है।
अपने मोबाइल पर Flipkart Pay Later को एक्टिवेट कैसे करें?
आप कुछ आसान से स्टेप्स पूरे करके अपने मोबाइल पर Flipkart Pay Later को चालू कर सकते हैं।
- Step 1: अपने मोबाइल पर Flipkart App खोलिए।
- Step 2: स्क्रीन पर सबसे नीचे Account का लिंक दिखता है, उस पर टैप कर दें
- Step 3: जो स्क्रीन खुलती है, उसमें बीच में Credit Options के तहत, Flipkart Pay Later का लिंक दिखता है। इस पर टैप करेंगे तो KYC की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
- Step 4: सबसे पहले आपसे पैनकार्ड नंबर डालने का ऑप्शन मिलता है। निर्धारित बॉक्स में अपना PAN number डालने के बाद, उसके ठीक नीचे Activate Now के बटन पर टैप कर दीजिए।
- Step 5: अब आपके सामने Verify Aadhaar का ऑप्शन आता है। इसके नीचे Continue के बटन पर क्लिक कर दीजिए।
- Step 6: अब आपको निर्धारित बॉक्सों में अपना Aadhaar Number और Captcha Code डालना है। इसके बाद Continue के बटन पर क्लिक कर दीजिए।
- Step 7: अब आपके आधार कार्ड में लिंक मोबाइल नंबर पर एक OTP नंबर आएगा। उसे देखकर, ओटीपी बॉक्स में डाल दीजिए। ओटीपी बॉक्स के नीचे एक नया खाली बॉक्स भी दिखता है, जिसके ऊपर Creat 4 Digit PIN लिखा होता है। इस बॉक्स में आप कोई भी चार अंकों का PIN डाल दीजिए। ये PIN आपके लिए पासवर्ड की तरह काम करेगा। इसके बाद नीचे Verify के बटन पर क्लिक कर दीजिए।
- Step 8: अब स्क्रीन पर आपके PAN Card और Aadhaar Card में दर्ज नाम, पता, जन्मतिथि, जेंडर वगैरह के डिटेल्स दिखते हैं। नीचे flipkart advanz private limited के नियम और शर्तों के लिए लिंक होते हैं। इन्हें देखकर पढ़ लीजिए। अगर आप स्क्रीन पर दिख रहे अपने पर्सनल डिटेल्स और फ्लिपकार्ट के नियम और शर्तों से सहमत हैं तो सबसे नीचे दिए गए Agree And Submit के बटन पर क्लिक कर दीजिए।
- Step 9: अब आपको अपने बैंक अकाउंट डिटेल्स Verify करना है। इसके लिए UPI ID डालने का ऑप्शन दिखता है। अगर आपको अपनी कोई भी UPI ID नहीं मालूम है या नहीं बनाई है तो नीचे बैंक अकाउंट नंबर डालने का ऑप्शन (Enter Bank Account Details) भी होता है। बैंक अकाउंट संबंधी डिटेल्स डालने के बाद, नीचे Confirm and Submit के बटन पर टैप कर दीजिए।
- इसी के साथ, आपका Flipkart Pay Later एक्टिवेट हो जाता है। साथ ही यह भी स्क्रीन पर यह भी लिखकर आता है कि आप Flipkart Paylater से एक महीने में कितने की शॉपिंग की जा सकती है। उदाहरण के लिए, ₹ 50000। आपके बैंक अकाउंट को Verify करने की प्रक्रिया में फ्लिपकार्ट की ओर से उस बैंक अकाउंट में 1 रुपया भी भेजा जाता है।
ध्यान दें: जो टोटल लिमिट आपको मिलती है, वह Paylater और EMI बाद में आपको दो हिस्सों में बंटकर मिलती है। उदाहरण के लिए, Paylater के लिए लिमिट 8000 रुपए है और EMI की लिमिट 50000 रुपए है। यानी कि आप 8000 रुपए तक ऐसा खर्च कर सकते हैं, जिसका पेमेंट अगले महीने की 5 तारीख तक कर देना पड़ेगा। लेकिन आप 50000 रुपए तक की ऐसी खरीदारी कर सकते हैं, जिसका पेमेंट आप किस्तों (EMI) में कर सकते हैं।
Flipkart Pay Later पर अपनी credit limit कैसे चेक करें?
आप अपने मोबाइल पर Flipkart app खोलकर ‘My Account’ पर जाएंगे तो Flipkart Pay Later का सेक्शन मिलता है। उसमें आपको अपनी total credit limit दिख जाएगी। अगर EMI की सुविधा है तो वह भी अलग से दिख जाती है। इस पेज पर ऊपर के सेक्शन में View Usage का बटन दिखता है। इस पर टैप करेंगे तो आपको मासिक बिल और इस महीने का कुल क्रेडिट इस्तेमाल भी दिख जाएगा।
कैसे जानें कि किसी सामान (product) पर Flipkart Pay Later उपलब्ध है कि नहीं
जब आप Flipkart पर किसी सामान की खरीदारी करते हैं तो पेमेंट के विकल्पों में ‘Flipkart Pay Later’ का ऑप्शन भी मिलता है। उसमें भी अगर आपको EMI पर चुकाने की सुविधा दी गई है तो EMI और Pay Later के अलग-अलग विकल्प भी दिखते हैं।
Flipkart Pay Later EMI सर्विस क्या है?
अगर कोई प्रोडक्ट 3000 रुपए से अधिक कीमत का है और आप पूरा पैसा अगले महीने चुकाने की स्थिति में नहीं है तो फ्लिपकार्ट आपको, उसे किस्तों (EMI) में चुकाने का विकल्प भी देता है। यह सुविधा Flipkart App पर Flipkart Pay Later (EMI) के नाम से मिलती है। इसे इस्तेमाल करने के लिए आपको Flipkart App पर Flipkart Pay Later (EMI) का payment mode चुनना पड़ेगा।
यह सुविधा फिलहाल कुछ खास कैटेगरी के सामानों पर ही उपलब्ध है। गिफ्ट कार्ड, गोल्ड व ज्वैलरी, किराना (Grocery) और कुछ चीजों पर EMI की सुविधा नहीं मिलती। आपको यह सुविधा उपलब्ध है कि नहीं? यह जानने के लिए आप फ्लिपकार्ट एप के ‘My Account में जाकर ‘Flipkart Pay Later’ section में चेक कर सकते हैं।’
EMI खरीदारी पर प्रोसेसिंग फीस कितनी लगती है?
अगर आप किसी प्रोडक्ट को Flipkart Pay Later EMI पर खरीदते हैं तो आपको कुछ Processing Fee भी चुकानी पड़ती है। यह Processing Fee उस लोन की मंजूरी की प्रक्रिया की लागत (Cost) के रूप में ली जाती है। EMI पेमेंट के लिए चुनी गई अवधि के हिसाब से यह अलग-अलग रेट से ली जाती है। नीचे दी गई तालिका में में इसे आप देख सकते हैं-
किस्तों की कुल अवधि (Duration) | प्रोसेसिंग फीस (GST अलग से जुड़ेगा) |
3 महीने | ऑर्डर की कीमत का 1.5% या 100 रुपए (दोनों में से जो भी अधिक हो) |
6 महीने | ऑर्डर की कीमत का 1.5% या 100 रुपए (दोनों में से जो भी अधिक हो) |
9 महीने | ऑर्डर की कीमत का 1.5% या 100 रुपए (दोनों में से जो भी अधिक हो) |
12 महीने | ऑर्डर की कीमत का 2% या 100 रुपए (दोनों में से जो भी अधिक हो) |
क्या EMI में खरीदे गए सामान की वापसी पर Processing fee भी वापस मिलेगी?
जिस सौदे के लिए आपकी प्रोसेसिंग फीस कटी थी, अगर आप उस सौदे से जुड़े सारे सामान की खरीदारी कैंसिल कर देते हैं तो आपको उसकी कीमत के साथ-साथ Processing Fee भी वापस मिल जाएगी। अगर आप उस सौदे में शामिल कुछ वस्तुओं को रख लेते हैं और कुछ वस्तुओं को ही cancel/return करते हैं तो फिर, आपको सिर्फ कैंसिल या रिटर्न की गई वस्तुओं के लिए चुकाया गया पैसा वापस मिलेगा। ऐसे मामलों में प्रोसेसिंग फीस वापस नहीं मिलेगी।
तो दोस्तों! ये थी फ्लिपकार्ट पे लेटर के बारे में जरूरी जानकारी। अन्य कई पेमेंट कंपनियां भी इस तरह की सुविधाएं देती हैं- जिनमें पेटीएम पोस्टपेड सेवा और Amazon Pay Later सेवा प्रमुख हैं।